Patna News: जीवन की सरगम पर जब कोई धुन थम जाती है, तो उसकी अनुगूँज सदियों तक दिलों में बसी रहती है। कुछ ऐसा ही हुआ है पटना की शैक्षिक और राजनीतिक गलियारों में, जहाँ एक युग का अवसान हो गया।
Patna News: पटना लॉ कॉलेज के पूर्व छात्र राजनीति प्रसाद को भावभीनी श्रद्धांजलि
Patna News: राजनीति प्रसाद की विरासत और योगदान
बिहार की माटी ने कई ऐसे सपूतों को जन्म दिया है, जिन्होंने अपनी प्रतिभा और कर्मठता से न केवल राज्य का, बल्कि देश का भी नाम रोशन किया। उन्हीं में से एक थे पटना लॉ कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र और पूर्व राज्यसभा सदस्य राजनीति प्रसाद। उनके निधन से राजनीतिक और शैक्षिक जगत में एक शून्य पैदा हो गया है, जिसकी भरपाई आसान नहीं है। उनकी स्मृति में कॉलेज परिसर में एक गरिमामय शोकसभा का आयोजन किया गया, जहाँ गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। यह सभा उनकी लंबी सेवा और अद्वितीय योगदान को याद करने का एक प्रयास था।
राजनीति प्रसाद का जीवन सार्वजनिक सेवा और समाज कल्याण को समर्पित रहा। उन्होंने राज्यसभा सदस्य के रूप में बिहार के मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाया और राष्ट्र निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका मानना था कि शिक्षा ही समाज को सही दिशा दे सकती है, और इसी सोच के साथ वे हमेशा शैक्षणिक संस्थानों से जुड़े रहे। पटना लॉ कॉलेज से उनका गहरा नाता था, जहाँ से उन्होंने कानून की शिक्षा प्राप्त की और अपने जीवन की आधारशिला रखी। वे छात्रों के लिए एक प्रेरणास्रोत थे, जिन्होंने अपने संघर्ष और समर्पण से सफलता के शिखर को छुआ। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
स्मृति सभा का आयोजन और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
शोकसभा में कॉलेज के वर्तमान प्राचार्य, शिक्षकगण, पूर्व छात्र और शहर के कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भाग लिया। सभी ने राजनीति प्रसाद के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। प्राचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि राजनीति प्रसाद ने अपने आचरण और आदर्शों से समाज में एक अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने बताया कि किस तरह राजनीति प्रसाद हमेशा कॉलेज के विकास और छात्रों के उत्थान के लिए तत्पर रहते थे। उन्होंने उनके राजनीतिक जीवन की उपलब्धियों के साथ-साथ उनके मानवीय गुणों की भी सराहना की। वक्ताओं ने कहा कि वे एक सच्चे जननेता थे, जिनका एकमात्र लक्ष्य समाज का भला करना था।
पूर्व छात्रों ने राजनीति प्रसाद के साथ बिताए पलों को याद किया और बताया कि कैसे वे हमेशा मार्गदर्शन के लिए उपलब्ध रहते थे। एक पूर्व छात्र ने कहा, “राजनीति प्रसाद जी न केवल एक कुशल राजनेता थे, बल्कि एक दूरदर्शी शिक्षाविद् भी थे। उनके विचार आज भी हमें प्रेरित करते हैं।” इस अवसर पर, सभी उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें https://deshajtimes.com/news/national/।
यह शोकसभा सिर्फ एक व्यक्ति को श्रद्धांजलि देने का मंच नहीं थी, बल्कि उनके आदर्शों और मूल्यों को आगे बढ़ाने का संकल्प भी थी। राजनीति प्रसाद जैसे व्यक्तित्व समाज के लिए एक मार्गदर्शक प्रकाश स्तंभ होते हैं, जो आने वाली पीढ़ियों को सही दिशा दिखाते हैं। उनका योगदान सदैव याद रखा जाएगा और उनकी स्मृति हमें निरंतर लोक सेवा के लिए प्रेरित करती रहेगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।




