PM Vishwakarma Yojana: जहां एक ओर सरकार गरीबों और कारीगरों के उत्थान के लिए योजनाएं चला रही है, वहीं कुछ जालसाज इन योजनाओं को अपनी अवैध कमाई का जरिया बना रहे हैं। इसी क्रम में झारखंड के धनबाद से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां पीएम विश्वकर्मा योजना के नाम पर ठगी करने वाले दो जालसाजों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
PM Vishwakarma Yojana: ठगों के निशाने पर मोदी सरकार की महत्वकांक्षी योजना, दो गिरफ्तार
भारत सरकार की महत्वकांक्षी PM Vishwakarma Yojana, जिसका उद्देश्य पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को सशक्त बनाना है, अब ठगों के निशाने पर आ गई है। इस योजना के नाम पर भोले-भाले लोगों को ठगने का एक बड़ा मामला सामने आया है। झारखंड के धनबाद जिले में पुलिस ने ऐसे ही दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो इस योजना के तहत लाभ दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठ रहे थे। पुलिस को लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद एक विशेष टीम का गठन किया गया और इन जालसाजों को धर दबोचा गया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
PM Vishwakarma Yojana: कैसे हो रही थी यह धोखाधड़ी?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपी लोगों को फोन कॉल या मैसेज के जरिए संपर्क करते थे। वे खुद को सरकारी अधिकारी या योजना के एजेंट बताते थे और उन्हें पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत आसानी से ऋण, प्रशिक्षण या अन्य लाभ दिलाने का लालच देते थे। इसके लिए वे रजिस्ट्रेशन फीस या प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर अग्रिम राशि की मांग करते थे। भोले-भाले ग्रामीण और छोटे कारीगर, जो योजना का लाभ लेने के इच्छुक थे, अक्सर उनकी बातों में आ जाते थे और अपनी गाढ़ी कमाई गंवा बैठते थे। इस तरह की ठगी से न सिर्फ लोगों को आर्थिक नुकसान हो रहा था, बल्कि सरकार की अच्छी योजनाओं पर भी सवाल उठ रहे थे।
पुलिस ने बताया कि इन जालसाजों का नेटवर्क काफी विस्तृत हो सकता है और वे अन्य राज्यों में भी इसी तरह की गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। साइबर सेल इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है ताकि उनके पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया जा सके। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।
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साइबर अपराधों पर पुलिस की लगातार कार्रवाई
साइबर अपराधों और धोखाधड़ी के मामलों में इन दिनों तेजी देखी जा रही है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। ऐसे में पुलिस और प्रशासन लगातार लोगों को जागरूक करने और अपराधियों पर नकेल कसने का प्रयास कर रहे हैं। धनबाद पुलिस ने इस गिरफ्तारी को अपनी बड़ी सफलता बताया है और आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए केवल आधिकारिक वेबसाइटों या सरकारी कार्यालयों से ही संपर्क करें। किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन, मैसेज या ईमेल के माध्यम से मांगी गई जानकारी या पैसे के लिए तुरंत सतर्क हो जाएं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वे इस तरह की धोखाधड़ी को रोकने के लिए लगातार काम कर रहे हैं और आम जनता का सहयोग इसमें बेहद महत्वपूर्ण है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर सेल को दें ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके और निर्दोष लोगों को ठगी का शिकार होने से बचाया जा सके।



