
पटना, देशज टाइम्स। बिजली के दावे फेल! पटना के दिदारगंज में घंटों कटौती से भड़की जनता, सड़क पर उतरी भीड़। सरकार बोली बिजली फ्री, हकीकत में कटौती फ्री! दीदारगंज में लोगों का गुस्सा फूटा। पटना सिटी में बिजली संकट! नाराज लोगों ने टायर जलाकर सड़क पर किया हंगामा। दीदारगंज में सड़क जाम, पुलिस ने पहुंचकर संभाला मोर्चा। पटना में कटौती पर बवाल! सरकार के दावों पर उठे सवाल, दिदारगंज बना गुस्से का गढ़@देशज टाइम्स।
सड़क पर उतरकर लोगों का कड़ा विरोध
बिहार सरकार जहां एक ओर 125 यूनिट फ्री बिजली और 24 घंटे निर्बाध आपूर्ति का दावा कर रही है, वहीं राजधानी पटना में ही बिजली संकट की हकीकत सामने आ रही है। दिदारगंज इलाके में गुरुवार से लगातार बिजली कटौती के कारण लोग सड़कों पर उतर आए और जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
दीदारगंज में घंटों बिजली ठप
गुरुवार सुबह से ही पटना सिटी के दीदारगंज इलाके में बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित रही। उपभोक्ता सुबह से रात तक बिजली का इंतजार करते रहे। रात 9 बजे तक जब सप्लाई बहाल नहीं हुई, तो शुक्रवार को नाराज उपभोक्ताओं ने बिजली कार्यालय का घेराव कर दिया। गुस्से में लोग मुख्य सड़क पर उतर आए और प्रदर्शन शुरू कर दिया।
सड़क जाम और आगजनी
नाराज लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर आगजनी की। इससे सड़क पर लंबा जाम लग गया और यातायात ठप हो गया। राहगीरों और वाहन चालकों को घंटों परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगों ने कहा कि सरकार 24 घंटे बिजली देने का दावा करती है, जबकि हकीकत यह है कि उन्हें दिनभर कई-कई घंटे अंधेरे में रहना पड़ता है।
सरकार और बिजली विभाग पर नारेबाजी
प्रदर्शनकारियों ने सरकार और बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ कागजों पर बिजली आपूर्ति दिखा रही है। लोगों ने मांग की कि दिदारगंज क्षेत्र में तुरंत बिजली आपूर्ति बहाल की जाए और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो।
पुलिस की दखलअंदाजी
जैसे ही बिजली कार्यालय के बाहर स्थिति बिगड़ने लगी, मालसलामी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने लोगों को समझाकर जाम हटवाया और आगजनी पर काबू पाया। हालांकि, लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ और वे बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते रहे।
विभाग की चुप्पी और उपभोक्ताओं की नाराजगी
दिदारगंज विद्युत कार्यालय के एसडीओ से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। इस रवैये से उपभोक्ताओं की नाराजगी और बढ़ गई। लोगों ने कहा कि शिकायत करने पर भी अधिकारी सुनवाई नहीं करते, जिससे समस्या और गंभीर हो जाती है।
सरकार के दावों पर सवाल
बिहार सरकार लगातार दावा करती है कि राज्य में बिजली की कोई कमी नहीं है और हर उपभोक्ता को 24 घंटे सप्लाई दी जा रही है। लेकिन दिदारगंज की घटना ने इन दावों की हकीकत उजागर कर दी। राजधानी पटना में ही लोग बिजली संकट से परेशान हैं, तो ग्रामीण इलाकों की स्थिति और भी खराब होने का अंदाजा लगाया जा सकता है।