Ram-Janki Corridor: सदियों के इंतजार के बाद अब वह घड़ी आ गई है जब आस्था और विकास की दो पवित्र धाराएं एक साथ मिलेंगी। अयोध्या और जनकपुर के बीच की दूरियां अब सिर्फ भौगोलिक नहीं, बल्कि भावनाओं का एक ऐसा सेतु बनने जा रही हैं, जो दोनों धर्म स्थलों को और करीब लाएगा।
अयोध्या से जनकपुर तक आस्था और विकास की नई राह: Ram-Janki Corridor, बिहार में चमकेगा भविष्य
Ram-Janki Corridor: पूर्वी चंपारण समेत कई जिलों में गांवों की सूची जारी, भूमि अधिग्रहण में तेजी
Ram-Janki Corridor: अयोध्या से जनकपुर तक प्रस्तावित इस कॉरिडोर के निर्माण कार्य ने अब गति पकड़ ली है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस महत्वकांक्षी फोर लेन सड़क परियोजना के लिए पूर्वी चंपारण सहित कई अन्य जिलों के गांवों की विस्तृत सूची जारी कर दी है। यह कदम भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज करने और परियोजना को समय पर पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। यह फोर लेन सड़क न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि क्षेत्र के समग्र विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
इस कॉरिडोर के निर्माण से सीमावर्ती क्षेत्रों में आवागमन सुगम होगा और दोनों पवित्र स्थानों के बीच की यात्रा का समय भी काफी कम हो जाएगा। इससे स्थानीय लोगों के लिए व्यापार और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। खासकर उन क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा जहां से यह कॉरिडोर गुजरेगा। यह परियोजना सिर्फ सड़क निर्माण नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और आर्थिक एकीकरण का भी प्रतीक है।
यह मार्ग पूर्वी चंपारण के कई गांवों से होकर गुजरेगा, जिससे इन क्षेत्रों की पहचान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर स्थापित होगी। इस कॉरिडोर से गुजरने वाले पर्यटकों को मोतिहारी के निकट निर्माणाधीन विराट रामायण मंदिर के भी दर्शन करने का अवसर मिलेगा, जिससे धार्मिक पर्यटन को भी भारी बढ़ावा मिलेगा। क्षेत्रीय पर्यटन के लिए यह एक सुनहरा अवसर होगा, जिससे होटल, रेस्टोरेंट और स्थानीय हस्तशिल्प को नया जीवन मिलेगा। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
विकास और रोजगार के नए अवसर
यह कॉरिडोर बिहार के लिए आर्थिक समृद्धि का नया द्वार खोलेगा। सड़कों के सुगम होने से कृषि उत्पादों की बाजारों तक पहुंच आसान होगी, जिससे किसानों को उनके उत्पादों का बेहतर मूल्य मिल पाएगा। साथ ही, निर्माण कार्य में हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। स्थानीय युवाओं के लिए कौशल विकास और नई नौकरियों की संभावनाओं में वृद्धि होगी। सरकार का यह प्रयास न केवल कनेक्टिविटी बढ़ाएगा, बल्कि क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक उत्थान का भी मार्ग प्रशस्त करेगा। यह कॉरिडोर केवल एक सड़क नहीं, बल्कि आस्था, संस्कृति और प्रगति का संगम है, जो बिहार को विकास के नए आयाम तक ले जाएगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।




