RJD MLC मो. शोएब साइबर ठगी का शिकार। 12 घंटे तक वीडियो कॉल पर टॉर्चर | FIR। जांच में जुटी साइबर सेल। मुंबई क्राइम ब्रांच के नाम पर बनाया फर्जी केस, निजी दस्तावेज और बैंक डिटेल्स मांगने का प्रयास
पटना में साइबर ठगी का बड़ा मामला
पटना, देशज टाइम्स – राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधान परिषद सदस्य (MLC) मो. शोएब एक गंभीर साइबर अपराध का शिकार हो गए। 8 अप्रैल 2025 को सुबह 10:30 बजे, उन्हें एक फर्जी कॉल आया, जिसमें मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी दी गई।
12 घंटे तक वीडियो कॉल पर बिठाकर किया गया टॉर्चर
ठगों ने व्हाट्सएप वीडियो कॉल कर शोएब को एक कमरे में बैठाए रखा।
उन्हें केस और पूछताछ के बहाने लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
इस दौरान उनसे मांगे गए:
बैंक विवरण (Bank details)
आधार/पहचान पत्र
निजी दस्तावेजों की स्कैन कॉपी
पुलिस में शिकायत, FIR दर्ज
पटना साइबर थाना में मोहम्मद शोएब ने शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस उपाधीक्षक राघवेंद्र मणि त्रिपाठी के अनुसार:
“FIR दर्ज कर ली गई है और तकनीकी जांच शुरू हो चुकी है।”
कोई आर्थिक नुकसान नहीं लेकिन डेटा लीक का खतरा
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि:
कोई बैंक ट्रांजैक्शन नहीं हुआ (financial loss टला)
लेकिन:
निजी जानकारी लीक होने की आशंका है
दस्तावेजों का दुरुपयोग संभव है
ठगों की पहचान की जा रही है
जिस नंबर से कॉल आया, उसकी टेक्निकल जांच हो रही है।
यह भी पता लगाया जा रहा है कि:
कॉल भारत से हुआ या
किसी विदेशी नेटवर्क से किया गया।
सावधानी जरूरी है!
अगर एक जनप्रतिनिधि इस तरह ठगी का शिकार हो सकता है, तो आम नागरिकों के लिए खतरा और भी ज्यादा है।
सुरक्षा के लिए सुझाव:
किसी भी अनजान कॉल पर निजी जानकारी शेयर न करें।
सरकारी अधिकारी या पुलिस कभी भी व्हाट्सएप कॉल पर पूछताछ नहीं करते।
किसी भी केस नंबर या बैंक लिंक पर तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
निष्कर्ष: राजनीतिक प्रतिनिधि की सुरक्षा का प्रश्न है
यह मामला न सिर्फ एक राजनीतिक प्रतिनिधि की सुरक्षा का प्रश्न है, बल्कि यह आम जनता को भी डिजिटल ठगी के प्रति जागरूक करने का अवसर है। साइबर जागरूकता और सतर्कता ही आज के समय की सबसे बड़ी सुरक्षा है।