Samastipur Weather: प्रकृति का मिजाज इन दिनों मौसम की चादर में लिपटे बदलावों की बानगी दे रहा है। समस्तीपुर में भी सर्द हवाओं का असर अब साफ दिखने लगा है। पूसा कृषि विश्वविद्यालय और मौसम विभाग ने मिलकर आगामी दिनों के लिए महत्वपूर्ण पूर्वानुमान जारी किया है, जो किसानों और आमजन दोनों के लिए अहम है।
Samastipur Weather: समस्तीपुर में कड़ाके की ठंड और मध्यम कुहासे की दस्तक, जानें 17 दिसंबर तक का पूरा हाल
Samastipur Weather: कैसा रहेगा 13 से 17 दिसंबर तक मौसम का मिजाज?
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा केंद्र और भारत मौसम विज्ञान विभाग के संयुक्त सहयोग से समस्तीपुर जिले के लिए 13 से 17 दिसंबर 2025 तक का विस्तृत मौसम पूर्वानुमान जारी किया गया है। पूर्वानुमान के मुताबिक, इन दिनों में समस्तीपुर में न्यूनतम तापमान 7.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से काफी नीचे है। सुबह के समय मध्यम कुहासा छाए रहने की संभावना है, जिससे विजिबिलिटी कम हो सकती है और सड़कों पर वाहन चालकों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। अधिकतम तापमान 20-22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है, जबकि न्यूनतम तापमान 7-9 डिग्री सेल्सियस के बीच मंडराएगा।
मौसम विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक हवा में नमी का स्तर 70 से 80 प्रतिशत के बीच रहेगा, जो सुबह के कुहासे के लिए अनुकूल परिस्थितियां पैदा करेगा। यह बदलते मौसम का असर फसलों पर भी देखने को मिल सकता है। किसानों को विशेष रूप से रबी फसलों की सिंचाई और देखभाल पर ध्यान देने की आवश्यकता है। कुछ इलाकों में बिहार में शीतलहर का असर भी महसूस किया जा रहा है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। ऐसे में गर्म कपड़े पहनना और अलाव का सहारा लेना आवश्यक है।
ग्रामीण कृषि मौसम सेवा केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत के पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी दिख रहा है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यही कारण है कि समस्तीपुर समेत आसपास के जिलों में सुबह और शाम के समय ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
किसानों और आमजन के लिए मौसम सलाह
मौसम के इस बदलते मिजाज के मद्देनजर किसानों को अपनी फसलों को पाले से बचाने के लिए हल्की सिंचाई करने की सलाह दी गई है। इसके अतिरिक्त, पशुओं को भी ठंड से बचाने के लिए उचित व्यवस्था करनी चाहिए। बच्चों और बुजुर्गों को सुबह की सैर से बचना चाहिए और अनावश्यक रूप से घरों से बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए। डॉक्टर्स भी इस दौरान श्वसन संबंधी बीमारियों के प्रति सतर्क रहने की हिदायत दे रहे हैं। आने वाले दिनों में ठंड का यह सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है, जिससे सुबह का कुहासा और रात की ठंड और बढ़ सकती है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।


