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दिसम्बर, 24, 2025

सारण पुलिस का अनोखा कदम: ‘Cybercrime Training’ से लैस हो रहे हैं प्रशिक्षु सिपाही, मिलेगी अपराधियों को कड़ी टक्कर

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Cybercrime Training: साइबर युग में अपराध का चेहरा बदल रहा है। अब चोर दरवाज़े तोड़कर नहीं, बल्कि डिजिटल दुनिया के अनजाने कोनों से सेंध लगा रहे हैं। ऐसे में पुलिस को भी हाईटेक होना ज़रूरी है ताकि अपराधियों के हर दांव को नाकाम किया जा सके।

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सारण पुलिस का अनोखा कदम: ‘Cybercrime Training’ से लैस हो रहे हैं प्रशिक्षु सिपाही, मिलेगी अपराधियों को कड़ी टक्कर

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साइबर अपराधों से निपटने के लिए ‘Cybercrime Training’ की अनिवार्यता

बुधवार को छपरा स्थित बुनियादी प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षु सिपाहियों के लिए एक विशेष साइबर जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र का मुख्य उद्देश्य पुलिसकर्मियों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाना था, ताकि वे लगातार बढ़ते साइबर अपराधों से प्रभावी ढंग से निपट सकें। वर्तमान समय में जहाँ एक ओर अपराधों का स्वरूप तेजी से बदल रहा है, वहीं दूसरी ओर अपराधियों द्वारा नई-नई तकनीकों का उपयोग कर आम जनता को ठगा जा रहा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए पुलिस बल का तकनीकी रूप से सशक्त होना नितांत आवश्यक है।

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इस प्रशिक्षण सत्र में प्रशिक्षु सिपाहियों को साइबर अपराध के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया गया। उन्हें बताया गया कि किस प्रकार से ऑनलाइन धोखाधड़ी के नए-नए तरीके अपनाकर ठग लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। इसमें फिशिंग, स्पूफिंग, रैनसमवेयर और अन्य प्रकार के डिजिटल फ्रॉड शामिल थे। पुलिसकर्मियों को इन अपराधों की पहचान करने, उनसे बचाव के तरीके और शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि जब तक पुलिस के जमीनी स्तर के जवान तकनीकी रूप से प्रशिक्षित नहीं होंगे, तब तक साइबर अपराधियों पर लगाम लगाना मुश्किल होगा। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

प्रशिक्षुओं को साइबर सुरक्षा के मूल सिद्धांतों से लेकर उन्नत तकनीकों तक की जानकारी प्रदान की गई। इसमें डेटा सुरक्षा, पासवर्ड प्रबंधन, सुरक्षित ब्राउज़िंग और सोशल मीडिया के खतरों जैसे विषय शामिल थे। यह पहल पुलिस बल को आधुनिक चुनौतियों के लिए तैयार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।

तकनीकी दक्षता से लैस होगी पुलिस बल

इस सत्र के माध्यम से प्रशिक्षु सिपाहियों को न केवल साइबर अपराधों को समझने में मदद मिली, बल्कि उन्हें यह भी सिखाया गया कि कैसे वे अपनी दैनिक ड्यूटी के दौरान डिजिटल साक्ष्यों को एकत्र कर सकते हैं और उनका विश्लेषण कर सकते हैं। विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा व्यावहारिक उदाहरणों और केस स्टडीज के माध्यम से जटिल अवधारणाओं को सरलता से समझाया गया। इससे सिपाहियों में आत्मविश्वास बढ़ा कि वे भविष्य में ऐसे मामलों को कुशलता से हैंडल कर पाएंगे। यह सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है कि हमारे सुरक्षाबल बदलते समय के साथ कदमताल करते हुए हर चुनौती का सामना करने में सक्षम हों। इस तरह के प्रशिक्षण भविष्य में साइबर सुरक्षा को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होंगे और आम लोगों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।

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