सासाराम से बड़ी खबर
जिले में बिहार बोर्ड की मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षाओं का काउंटडाउन शुरू हो गया है. तारीखों के ऐलान के साथ ही छात्र-छात्राओं की धड़कनें बढ़ गई हैं, वहीं प्रशासन ने भी शांतिपूर्ण और कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए कमर कस ली है. इस बार सुरक्षा के ऐसे इंतजाम किए जा रहे हैं कि नकल करने वालों के लिए कोई गुंजाइश नहीं बचेगी.
फरवरी में होगी सबसे बड़ी परीक्षा
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा जारी शेड्यूल के अनुसार, इंटरमीडिएट (12वीं) की वार्षिक परीक्षा 2 फरवरी से शुरू होगी. वहीं, मैट्रिक (10वीं) की परीक्षा 17 फरवरी से आयोजित की जाएगी. इन दोनों परीक्षाओं में जिले के एक लाख से ज़्यादा छात्र-छात्राएं शामिल होंगे, जिनके लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां तेज कर दी गई हैं.
इंटर की परीक्षा 2 फरवरी से
इंटरमीडिएट की परीक्षा को लेकर जिले में कुल 69 केंद्र बनाए गए हैं. इस परीक्षा में कुल 50,813 परीक्षार्थी शामिल होंगे, जिनमें छात्र और छात्राएं दोनों शामिल हैं. परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जाएगी और सभी केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोका जा सके.
- परीक्षा शुरू होने की तिथि: 2 फरवरी
- कुल परीक्षार्थी: 50,813
- कुल परीक्षा केंद्र: 69
17 फरवरी से मैट्रिक का महासंग्राम
जिले में इंटर की परीक्षा समाप्त होने के बाद मैट्रिक की परीक्षा का दौर शुरू होगा. 17 फरवरी से शुरू होने वाली इस परीक्षा के लिए कुल 58 केंद्र निर्धारित किए गए हैं. मैट्रिक की परीक्षा में इंटर से भी ज्यादा, यानी कुल 51,791 छात्र-छात्राएं अपने भविष्य का फैसला करेंगे. यह परीक्षा भी दो पालियों में संपन्न होगी.
- परीक्षा शुरू होने की तिथि: 17 फरवरी
- कुल परीक्षार्थी: 51,791
- कुल परीक्षा केंद्र: 58
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
जिला प्रशासन ने दोनों ही परीक्षाओं को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं. सभी परीक्षा केंद्रों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती के साथ-साथ पर्याप्त संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रहेगा. परीक्षा हॉल के अंदर किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने पर पूरी तरह से पाबंदी होगी. प्रशासन का लक्ष्य शून्य नकल के साथ परीक्षाओं को सफलतापूर्वक आयोजित कराना है.








