Sasaram Holding Tax: सासाराम में इन दिनों आम जनता के लिए नगर पंचायत का खजाना एक रहस्यमयी कुएं में बदल गया है, जहां से पानी की जगह सिर्फ सवाल ही बाहर आ रहे हैं। होल्डिंग टैक्स जमा करने पहुंचे नागरिकों की जेब पर पड़ रहा अतिरिक्त बोझ, अब नगर प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है। नगर पंचायत कार्यालय में होल्डिंग टैक्स जमा करने गए लोगों ने आरोप लगाया है कि उनसे निर्धारित राशि से कहीं अधिक वसूली की जा रही है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह मामला सामने आने के बाद होल्डिंग टैक्स धारकों में नगर प्रशासन के प्रति गहरी नाराजगी बढ़ गई है।
Sasaram Holding Tax: टैक्स धारकों में भारी आक्रोश
क्षेत्र के नागरिकों का कहना है कि वे अपनी मेहनत की कमाई से कर चुकाने आते हैं, लेकिन उन्हें बेवजह अधिक पैसे देने पड़ रहे हैं। इससे उनकी आर्थिक स्थिति पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है और नगर प्रशासन के प्रति उनका विश्वास डगमगा रहा है। यह कर वसूली में धांधली का एक गंभीर उदाहरण है, जिसकी जांच आवश्यक है। कई लोगों ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि उन्हें रसीद पर दर्ज राशि से ज्यादा का भुगतान करना पड़ा, जिसके बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया।
अधिकारियों की चुप्पी और जनता का रोष
यह स्थिति नगर प्रशासन की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करती है। नागरिकों ने इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही इस अनियमितता पर रोक नहीं लगाई गई, तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस गंभीर आरोप से नगर पंचायत की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है, और यह देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यह स्थिति न केवल वर्तमान करदाताओं को प्रभावित कर रही है, बल्कि भविष्य में भी लोगों को ईमानदारी से टैक्स चुकाने से हतोत्साहित कर सकती है। इस तरह की कर वसूली में धांधली से जनता का विश्वास उठता है। पारदर्शिता और जवाबदेही किसी भी सुशासन की कुंजी होती है, और इस मामले में इनकी कमी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। आपको बता दें कि आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।


