Sitamarhi Cold Wave: प्रकृति का प्रकोप जब चरम पर होता है, तब जनजीवन ठहर सा जाता है। उत्तर भारत की शीतलहर ने एक बार फिर यही मंजर दोहराया है। सीतामढ़ी और पुपरी शहर सहित पूरे जिले में पिछले ग्यारह दिनों से हड्डियां कंपा देने वाली ठंड का सिलसिला लगातार जारी है।
सर्द हवाओं और घने कोहरे ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दिन का तापमान सामान्य से काफी नीचे चला गया है, जिसके कारण लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। सुबह से लेकर देर शाम तक सूरज के दर्शन दुर्लभ हो गए हैं, जिससे दैनिक कामकाज भी प्रभावित हो रहा है।
Sitamarhi Cold Wave: क्यों पड़ रही है इतनी भीषण ठंड?
इस भीषण ठंड का जनजीवन पर असर व्यापक रूप से दिखाई दे रहा है। बाजारों में रौनक कम हो गई है, और सड़कों पर आवाजाही भी सामान्य से काफी कम है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह मौसम अत्यंत कष्टदायक साबित हो रहा है। प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था कहीं-कहीं की गई है, लेकिन वह भी नाकाफी साबित हो रही है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
ठंड से बचाव के लिए क्या हैं उपाय?
स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी ठंड उन्होंने सालों बाद देखी है। स्कूलों में छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं और सरकारी कार्यालयों में भी उपस्थिति पर असर पड़ा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस शीतलहर का प्रभाव से निपटने के लिए लोगों को गर्म कपड़े पहनने और अलाव का सहारा लेने की सलाह दी जा रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी ऐसे मौसम में विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। आने वाले दिनों में Sitamarhi Cold Wave का प्रकोप और तेज हो सकता है, जिससे आम जनता को और अधिक मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल इस भीषण ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। आने वाले कुछ दिनों तक न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट जारी रहने की संभावना है। घना कोहरा और शीत लहर का प्रकोप अभी भी बना रहेगा, जिससे लोगों को और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।




