वर्दी की मर्यादा तार-तार हुई, जब खाकी के रक्षक ही भक्षक बन बैठे। एक ऐसी ही शर्मनाक घटना ने समूचे व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। Siwan Army Jawan: छत्तीसगढ़ में तैनात सीवान जिले के एक फौजी पर महिला सिपाही से छेड़खानी और मारपीट का गंभीर आरोप लगा है, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
Siwan Army Jawan: छत्तीसगढ़ में हुई घटना, सीवान से है आरोपी का नाता
यह घटना उस समय सामने आई है जब भारतीय सेना के जवान देश की सेवा में अपना सर्वस्व न्योछावर करते हैं। लेकिन कुछ ऐसी घटनाएं होती हैं जो पूरी संस्था को कलंकित कर देती हैं। छत्तीसगढ़ में हुई इस शर्मनाक वारदात ने एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर अपराधियों के हौसले इतने बुलंद क्यों हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी फौजी बिहार के सीवान जिले का निवासी है और वर्तमान में उसकी तैनाती छत्तीसगढ़ में है। उस पर एक महिला सिपाही के साथ छेड़खानी और मारपीट का संगीन आरोप है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई की गई।
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी फौजी को धर दबोचा है। इस घटना ने एक बार फिर से महिला सुरक्षा के मुद्दे को गरमा दिया है। क्या महिलाएं पुलिस थाने में भी सुरक्षित नहीं हैं, ऐसे सवाल उठने लगे हैं।
देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। पुलिस ने बताया कि महिला सिपाही की शिकायत पर विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही इस मामले में आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
वर्दी पर कलंक और कानूनी कार्रवाई
गिरफ्तारी के बाद आरोपी फौजी से पूछताछ जारी है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि घटना के पीछे का मकसद क्या था और क्या इसमें कोई और भी शामिल है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस तरह की घटनाएं समाज में गलत संदेश देती हैं और महिलाओं के प्रति अपराधों को बढ़ावा देती हैं।
सेना और पुलिस दोनों ही अनुशासित बल हैं, और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की अपेक्षा की जाती है। उम्मीद है कि इस मामले में भी निष्पक्ष जांच और उचित दंड मिलेगा ताकि भविष्य में कोई भी ऐसा दुस्साहस न कर सके। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
यह घटना समाज के हर वर्ग को सोचने पर विवश करती है कि महिला सुरक्षा को लेकर हम कितने गंभीर हैं। जरूरत है कि ऐसे मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाए और अपराधियों को सख्त से सख्त सजा मिले, चाहे वो किसी भी पद पर क्यों न हों।



