राजधानी पटना में एकबारगी कोरोना ब्लॉस्ट हो गया है। एक ही परिवार के छह लोगों के पॉजिटिव होने से भूचाल मच गया है।
बताया जाता है कि और कितनें संपर्कित होंगे, उसका कोई ट्रेस नहीं है। पटना में एक ही परिवार के 6 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। हद यह, सभी पर्व मनाने आए थे। पर्व के दौरान कितने लोगों के संपर्क में आएं होंगे लेकिन उन लोगों की खोज अब तक नहीं होने से कोरोना ब्लॉस्ट की आशंका बलबती हो रही है।
जिन एक परिवार के छह लोगों को कोरोना हुआ है वह सभी या यूं कहें पूरा परिवार नेहरू नगर इलाके में रहता है। इधर, राजाबाजार में शनिवार को कोरोना का एक नया संक्रमित मरीज पाया गया। वह अपने घर में ही आइसोलेट है।
जानकारी के अनुसार, एक ही परिवार के दो भाइयों के साथ-साथ एक भाई की पत्नी उसकी बेटी और पिता शामिल हैं। शुक्रवार को पिता की स्थिति बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें पटना एम्स में भर्ती कराया गया है। बाकी चार लोगों की स्थिति में सुधार है हालांकि बेटी की तबीयत अभी भी खराब बताई जा रही है।
नेहरू नगर के जिस परिवार कुछ 6 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं उनके कई सदस्य दिवाली और छठ पूजा के दौरान बाहर से पटना आए थे। जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक,जिस परिवार के छह लोग कोरोना संक्रमित पाए गए उनके सदस्य दीवाली और छठ पूजा के दौरान पटना आए थे। एक भाई रांची से और एक भाई सासाराम से आया था।
परिवार के एक सदस्य ने बताया कि परिवार के सदस्य एक-एक कर बुखार, खांसी और सांस की तकलीफ से पीड़ित होने लगे। रांची से आया भाई सबसे पहले अपनी जांच एक निजी लैब में कराया। एक दिन बाद उसको कोरोना संक्रमित होने की सूचना मिली। तब परिवार के अन्य सदस्यों ने न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में अपनी जांच कराने आए। वहां पांच लोग संक्रमित पाए गए।
एक भाई रांची से और एक भाई सासाराम से पटना पहुंचे थे
एक भाई रांची से और एक भाई सासाराम से पटना पहुंचे थे। परिवार के सदस्य साथ-साथ रहे और इसी दौरान एक-एक कर सदस्यों को बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ शुरू हो गई। रांची से आए एक भाई ने सबसे पहले निजी लैब में टेस्ट कराया। टेस्ट के बाद रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। तब परिवार के अन्य सदस्यों ने न्यू गार्डिनर रोड हॉस्पिटल में अपना जांच कराया और यहीं पर पांच अन्य लोग संक्रमित पाए गए।
एक ही परिवार के 6 लोगों के संक्रमित पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग में एक्शन में आया है। पटना की सिविल सर्जन डॉ विभा सिंह के मुताबिक अब संक्रमित परिवार के संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान की जा रही है। इन सभी की कोरोना जांच कराई जाएगी।
हालांकि, परिजनों का कहना है कि
जांच रिपोर्ट आने के दो दिन बाद भी सिविल सर्जन कार्यालय और जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम की ओर से पीड़ित परिवार की कोई सुध नहीं ली जा रही है। सिविल सर्जन कार्यालय की ओर से ना तो परिवार से संपर्क किया गया और ना ही उनके संपर्क में आए लोगों के बारे में जानकारी हासिल की गई। यही नहीं थ्री टी- ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के सीएम के फॉर्मूले को भी सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा पूरी तरह से भुला दिया गया है।
परिवार कोरोना के किस वैरिएंट से ग्रसित हैं, इसकी जानकारी भी सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा अबतक हासिल नहीं की गई है। अब पूरे मोहल्ले और परिवार के संपर्क में आनेवाले लोगों के बीच संक्रमण को लेकर दहशत है।
सिविल सर्जन डॉ. विभा सिंह ने बताया
सभी कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आने वाले लोगों और उनके परिवार के सदस्यों की कोरोना जांच कराने का निर्देश जिला महामारी नियंत्रण्ण पदाधिकारी (डीडीसीओ) प्रशांत कुमार को दिया गया है। नेहरू नगर के लोगों की भी ट्रेसिंग कर जांच क्यों नहीं हुई, इसकी जानकारी वे लेंगी।
इससे पहले इंग्लैंड से आए संक्रमित के संपर्क में पटना और मोतिहारी में आए लोगों और उनके परिवार के 27 सदस्यों की कोरोना जांच की गई है। उनमें कोई पॉजिटिव नहीं आया है। इंग्लैंड का युवक किस वैरिएंट से ग्रसित है, इसकी रिपोर्ट अभी डब्ल्यूएचओ से नहीं आई है।
लोगों में हड़कंप मचा
पटना में इससे पहले इंग्लैंड से आए एक युवक के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पटना और मोतिहारी से आए उनके परिवार के और संपर्क में आने वाले कुल 27 लोगों की जांच कराई गई थी। इंग्लैंड से आए युवक का सैंपल जांच के लिए डब्ल्यूएचओ भेजा गया है ताकि उसके कोरोना वैरियंट की जांच की जा सके। अभी भी उसकी रिपोर्ट का इंतजार है। नेहरू नगर में एक ही परिवार के 6 लोगों के संक्रमित पाए जाने के बाद मोहल्ले और आसपास के लोगों में हड़कंप मचा हुआ है।