बिहार विधानसभा मानसून सत्र का पांचवां और अंतिम दिन भी हंगामेदार रहा। अग्निपथ योजना के खिलाफ विधानसभा में विपक्षी दलों ने आज भी प्रदर्शन किया। सदन की कार्यवाही सुबह 11:00 बजे शुरू हुई। विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा मौजूद नहीं थे। उनकी अनुपस्थिति में विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने सदन का संचालन किया।
सदन में प्रश्नोत्तर काल के शुरू होते ही विपक्षी दल हंगामा करने लगा। विपक्षी दल के विधायक वेल में आ गए। हाथों में प्ले कार्ड लेकर अग्निपथ योजना पर चर्चा की मांग करने लगे। इस दौरान विपक्ष के सदस्यों ने नरेंद्र मोदी को लेकर नारेबाजी की जिस पर उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने नाराजगी जाहिर की।
उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि नरेन्द्र मोदी हाय-हाय का नारा लगाना उचित नहीं है। ऐसे सदन नहीं चलेगा। उन्होंने डिप्टी स्पीकर से कहा कि इस पर रोक लगाइए। उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के इतने कहने के तुरंत बाद ही डिप्टी स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दिन के दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
डिप्टी स्पीकर हुए भावुक
बिहार विधानसभा के सत्र की अध्यक्षता करने बैठे डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी भावुक हो रहे थे और बार-बार विपक्ष से निवेदन करते रहे कि मॉनसून सत्र में पहली दफे उन्हें प्रश्नकाल का संचालन करने का मौका मिला है। आपलोग प्रश्न काल चलने दीजिए। विपक्षी सदस्य नरेंद्र मोदी हाय-हाय का नारा लगा रहे थे।
दोपहर 2:00 बजे जब विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष एक बार फिर से हंगामा करने लगा। अग्निपथ योजना को लेकर मानसून सत्र में लगातार हंगामा देखने को मिला। आज मानसून सत्र का अंतिम दिन है। आज भी विपक्ष सदन में हंगामा कर रहा है।
दोपहर 2:00 बजे से सदन में गैर सरकारी संकल्प लिए जा रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष विपक्षी सदस्यों को बार-बार अपने स्थान पर जाने के लिए कहा है। लेकिन वह स्पीकर की बात नहीं मान रहे हैं। गैर सरकारी संकल्प की अहमियत को देखते हुए स्पीकर शोर-शराबे के बीच ही विधायी कार्य को जारी रखे हुए हैं। वहीं, हंगामे के कारण नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सदन में कुछ कहने का मौका नहीं मिला। अध्यक्ष ने हंगामे के कारण बोलने की इजाजत नहीं दी। पढ़िए पूरी खबर क्या हुआ विधानपरिषद में…
अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार विधान परिषद के अंदर और बाहर आज मानसून सत्र के आखिरी दिन भी जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। विपक्ष के सदस्यों ने जमकर सरकार विरोधी नारेबाजी की। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधान परिषद की नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी के साथ राजद के सदस्यों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान सभी ने अपने हाथ में तख्ती लिए अग्निपथ योजना के खिलाफ में प्रदर्शन किया। राजद के सदस्यों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी की और जल्द से जल्द वापस लेने की मांग की।
विधान परिषद की कार्यवाही आज दोपहर 12:00 बजे शुरू होते ही आरजेडी के एमएलसी सुनील कुमार सिंह सदन में उठ खड़े हुए। सुनील कुमार सिंह ने मधुबनी में आंदोलनकारी छात्रों के ऊपर लाठीचार्ज और उनकी गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए इस मामले पर सदन में चर्चा की मांग रखी। इसके बाद रामचंद्रपुर में भी सदन में अपनी बात रखने लगे आरजेडी लगातार इस मसले पर सदन में बहस की मांग करता रहा।
कार्यकारी सभापति राजद के विधान पार्षदों की बात से सहमत नजर नहीं आये। कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि इस मसले पर सदन में यहां चर्चा करने से कुछ भी नहीं होगा। इसके बाद विधान परिषद में किशनगंज और पूर्णिया के इलाके में बाढ़ की स्थिति का मसला भाजपा के विधान पार्षद दिलीप जायसवाल ने उठाया।
इसी हंगामे के बीच सरकार की तरफ से सदन में एक रिपोर्ट भी पेश की गई। हंगामे के बीच विधान परिषद में प्रश्नोत्तर काल की कार्यवाही शुरू नहीं हुई क्योंकि वेल में आकर विपक्ष हंगामा करने लगा। भाजपा के पार्षदों ने अग्निपथ योजना के विरोध पर आपत्ति जतायी। इसके बाद विधान परिषद की कार्यवाही दोपहर 1:00 बजे तक स्थगित कर दी गई।