Bihar News, Bihar Education News: शिक्षा विभाग की ऐसी व्यवस्था अब शिक्षक ही खोलेंगे दूसरे शिक्षकों की पोल। Such a system of Bihar Education Department, now only teachers will expose other teachers। मकसद यही, छात्रों के परीक्षाओं का मूल्यांकन भी सही से हो। और, शिक्षकों की गुणवत्ता की सही परख, जानकारी भी मिले।
RJD नेता तेजस्वी यादव ने #PahalgamTerroristAttack पर कहा —
View this post on Instagram
अब परीक्षा के दौरान सरकार की ओर से
जहां, अब परीक्षा के दौरान सरकार की ओर से शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए नई पहल शुरू की गई है। इस नए नियम के तहत, बच्चों के रिजल्ट के आधार पर ही हर स्कूलों के शिक्षकों का मूल्यांकन होगा।
सरकार लगातार शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद में
बिहार सरकार लगातार शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद में जुटी है। विभाग भी लगातार नव प्रयोग कर रहे है। मकसद यही है कि शिक्षा व्यवस्था सुधरे। पठन-पाठन का माहौल बने। छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सके। इसी मकसद से ताजा जानकारी शिक्षा विभाग की ओर से जो आई है वह प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने की ही कवायद है।
अब प्रदेश के सभी सरकारी प्रारंभिक और मध्य विद्यालयों में
जानकारी के अनुसार, अब प्रदेश के सभी सरकारी प्रारंभिक और मध्य विद्यालयों में होने वाली अर्धवार्षिक परीक्षाओं का मूल्यांकन कार्य की निगरानी दूसरे स्कूलों के शिक्षकों के जिम्मे रहेगी। इतना ही नहीं मूल्यांकन और वीक्षण दूसरे स्कूलों के शिक्षक ही करेंगे।
सभी स्कूलों के शिक्षकों के पॉरफारमेशन देखना
ऐसा, सभी स्कूलों के शिक्षकों के पॉरफारमेशन देखना है कि शिक्षक कितना बेहतर कार्य कर रहे हैं। प्रदर्शन का मूल्यांकन उनके छात्रों के परिणामों के आधार पर होगा। इससे शिक्षा और शिक्षण व्यवस्था की गुणवत्ता परखी जाएगी।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने
जानकारी के अनुसार, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को आदेश जारी करते कहा है कि अठारह सितंबर से बिहार के सभी सरकारी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय परीक्षा आयोजित होगी।
मूल्यांकन भी दूसरे विद्यालय के शिक्षक से कराने का निर्णय
शिक्षा की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए इस परीक्षा के लिए प्रत्येक विद्यालय में शिक्षण का कार्य दूसरे विद्यालय के मूल्यांकन भी दूसरे विद्यालय के शिक्षक से कराने का निर्णय किया गया है।
विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों की अर्धवार्षिक परीक्षा 18 से
उन्होंने कहा कि सभी प्रारंभिक और मध्य विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों की अर्धवार्षिक परीक्षा का परीक्षा का दायित्व अब दूसरे स्कूलों के शिक्षकों को सौंपा जा रहा है। शिक्षा और शिक्षण का मूल्यांकन का आधार उन छात्रों के परीक्षाफल पर निर्धारित होगा। शिक्षकों के प्रदर्शन का पारदर्शी मूल्यांकन संभव होगा।
छात्रों के परिणामों का गहन विश्लेषण करके यह पता लगाया
शिक्षकों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के साथ छात्रों के परिणामों का गहन विश्लेषण करके यह पता लगाया जा सकेगा कि किस विषय में छात्रों को अधिक कठिनाई हो रही है। साथ ही, शिक्षकों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा पैदा होगी, जिससे शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार होगा।