बिहार की सियासत में जब भी किसी कद्दावर नेता के योगदान का जिक्र होता है, तो एक नाम हमेशा सम्मान के साथ लिया जाता है – स्वर्गीय सुशील कुमार मोदी। उनकी राजनीतिक विरासत और विचारधारा आज भी प्रासंगिक है। Sushil Kumar Modi Jayanti: इसी विरासत को जीवंत रखने और उनके विचारों पर मंथन के लिए पटना एक बार फिर तैयार है।
पटना में एक बार फिर सियासी और सामाजिक विमर्श का बड़ा मंच सजने जा रहा है। स्वर्गीय सुशील कुमार मोदी की जयंती को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। 5 जनवरी 2026 को राजधानी के प्रतिष्ठित श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित होने वाले इस समारोह को बिहार की राजनीति और समाज के लिए एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में देखा जा रहा है। इस भव्य आयोजन में न केवल उनके अनुयायी, बल्कि विभिन्न दलों के नेता और सामाजिक कार्यकर्ता भी हिस्सा लेंगे, जो उनके सिद्धांतों और दूरदर्शिता पर विचार-विमर्श करेंगे। इस महत्वपूर्ण सुशील कुमार मोदी जयंती समारोह की सफलता के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य स्वर्गीय सुशील कुमार मोदी के आदर्शों और सिद्धांतों को नई पीढ़ी तक पहुंचाना है, जिन्होंने दशकों तक बिहार Politics की दिशा तय की।
Sushil Kumar Modi Jayanti: आयोजन की तैयारियां जोरों पर
आयोजकों के मुताबिक, समारोह में देश और राज्य के कई गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी अपेक्षित है। कार्यक्रम में स्वर्गीय मोदी के जीवन और उनके सार्वजनिक योगदान पर आधारित एक विशेष प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इसके अलावा, एक स्मारिका का विमोचन भी किया जाएगा, जिसमें उनके राजनीतिक सफर और बिहार के विकास में उनके योगदान का विस्तृत वर्णन होगा। यह समारोह एक ऐसे नेता को श्रद्धांजलि देने का अवसर है, जिसने अपनी कर्मठता और साफ-सुथरी छवि से लोगों के दिलों में जगह बनाई।
सियासी और सामाजिक विमर्श का केंद्र
श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में होने वाला यह आयोजन सिर्फ एक जयंती समारोह नहीं, बल्कि भविष्य की बिहार Politics की दिशा तय करने वाला एक महत्वपूर्ण पड़ाव भी साबित हो सकता है। विभिन्न राजनीतिक विचारधाराओं के लोग एक मंच पर आकर उनके आदर्शों पर चर्चा करेंगे, जो राज्य के विकास के लिए एक नई राह दिखा सकता है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यह समारोह बिहार की सांस्कृतिक और राजनीतिक विरासत को समृद्ध करने की दिशा में भी एक कदम है, जहां विचारों का आदान-प्रदान समाज को नई दिशा देता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस कार्यक्रम के माध्यम से युवा पीढ़ी को भी स्वर्गीय सुशील कुमार मोदी के सिद्धांतों और उनके संघर्षों से प्रेरणा मिलेगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।



