“मेरा नाम तक काट दिया!” – तेजस्वी का फूटा गुस्सा, LIVE दिखाया वोटर ID, बोला – अब कैसे लड़ूं चुनाव? तेजस्वी का आरोप – “चुनाव आयोग BJP की गोद में बैठा है!” वोटर लिस्ट से नाम गायब, SC जाने की तैयारी। LIVE बोले तेजस्वी – “EPIC नंबर डाला, लिखा आया – No Record Found!” विपक्ष का मोर्चा खुला। तेजस्वी ने दिखाए सबूत – भरा था SIR फॉर्म, फिर क्यों काटा गया नाम? चुनाव आयोग चुप क्यों? “अब मैं चुनाव कैसे लड़ूं?” – तेजस्वी ने EC पर साधा निशाना, कहा – आम जनता के वोट का क्या होगा?तेजस्वी का बड़ा हमला – वोटर लिस्ट से नाम हटाना सुनियोजित साजिश! BJP-EC गठजोड़ का आरोप। हालांकि, चुनाव आयोग ने इसे गलत ठहराया है…@पटना,देशज टाइम्स।
बिहार में वोटर लिस्ट विवाद: तेजस्वी यादव का भी नाम हटाया गया, बोले – “अब मैं चुनाव कैसे लड़ूं?”
पटना, 2 अगस्त 2025 – बिहार में चुनाव आयोग द्वारा जारी वोटर लिस्ट रिवीजन पर सियासत गरमा गई है। मसौदा सूची के अनुसार, करीब 65 लाख मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं, जिससे मतदाताओं की कुल संख्या घटकर 7.24 करोड़ रह गई है। इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार को आपात प्रेस कांफ्रेंस कर चुनाव आयोग पर बड़ा हमला बोला।
65 लाख नाम हटे, तेजस्वी का भी वोटर रिकॉर्ड ‘No Found’
तेजस्वी यादव ने मीडिया के सामने दावा किया कि उनका भी नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया गया है। उन्होंने चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अपना EPIC नंबर (RAB2916120) डालकर दिखाया, जिसमें “No Records Found” दिखाया गया।तेजस्वी ने कहा – “अब मैं चुनाव कैसे लड़ूं? वोटर ही नहीं हूं तो उम्मीदवार कैसे बनूंगा?“
तेजस्वी यादव का आरोप – “चुनाव आयोग बीजेपी की गोद में बैठ गया है”
उन्होंने सीधे आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भाजपा के पक्ष में काम कर रहा है। कहा – “अगर चुनाव आयोग इतनी ही पक्षपाती है, तो चुनाव कराने की क्या जरूरत? सीधे सरकार का कार्यकाल बढ़ा दीजिए।” उन्होंने पूछा – “किस आधार पर किसी को मृत या स्थायी रूप से पलायन कर गया घोषित किया गया? क्या परिवार से कोई प्रमाण लिया गया?“
मेरा नाम वोटर लिस्ट में नहीं है। हम चुनाव कैसे लड़ेंगे?
ताज्जुब की बात है!- श्री @yadavtejashwi जी।{EPIC- RAB2916120} pic.twitter.com/HjxS3rTwHX
— Office of Tejashwi Yadav (@TejashwiOffice) August 2, 2025
हर विधानसभा से कटे 20-30 हजार वोटर: विपक्ष का आरोप
क्षेत्र | अनुमानित हटाए गए वोटर |
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हर विधानसभा क्षेत्र | 20,000 से 30,000 |
कुल राज्य भर में | 65 लाख मतदाता |
तेजस्वी ने कहा कि “लिस्ट में कुछ भी स्पष्ट नहीं है, न बूथ का नाम दिया गया, न पता”। उन्होंने दावा किया कि SIR (Special Summary Revision) के दौरान उन्होंने खुद गणना प्रपत्र भरा था फिर भी उनका नाम हट गया।
चुनाव आयोग की पारदर्शिता पर सवाल
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि राजनीतिक दलों को बिना सूचना दिए नाम हटाए गए। उन्होंने कहा – “चुनाव आयोग ने आश्वासन दिया था कि हटाए गए नामों का कारण बताया जाएगा, लेकिन कुछ नहीं बताया गया।” सुप्रीम कोर्ट के निर्देश की भी अनदेखी करने का आरोप लगाया गया।
मतदाता सूची पुनरीक्षण (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन SIR 2025) की प्रक्रिया में जानबूझकर धांधली की गई है। चुनाव आयोग अब अपने ही वादों से पलट रहा है। 65 लाख मतदाताओं के वोट काटने के बाद भी नई ड्राफ्ट सूची में अस्पष्टता है। निर्वाचन आयोग द्वारा लगातार अपने निर्णय बदलने, पारदर्शिता से पीछे… pic.twitter.com/Lwx63665TF
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 2, 2025
तेजस्वी की मांग – सुप्रीम कोर्ट ले संज्ञान
उन्होंने कहा कि “हम सुप्रीम कोर्ट से आग्रह करेंगे कि वह इस मुद्दे पर स्वतः संज्ञान ले और चुनाव आयोग से स्पष्टीकरण मांगे।” यह लोकतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए बेहद गंभीर मामला है। चुनाव आयोग ने हटाए 65 लाख वोटर।नवीनतम वोटर लिस्ट में मतदाताओं की संख्या घटकर 7.24 करोड़ रह गई है, पहले यह 7.89 करोड़ थी।
यानी करीब 65 लाख वोटरों के नाम सूची से हटा दिए गए हैं। तेजस्वी यादव का भी नाम नहीं। तेजस्वी ने कहा, “मैंने गणना प्रपत्र (SIR) भरा था, फिर भी मेरा नाम हटा दिया गया।”तेजस्वी ने कहा कि “चुनाव आयोग बीजेपी की गोद में बैठ गया है।” उन्होंने पूछा, “किस आधार पर किसी को ‘मृत’ या ‘स्थायी पलायन’ मान लिया गया? क्या परिवार से कोई प्रमाण लिया गया?”
– इधर, ये आ रही खबर
चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों के अनुसार SIR की पहली लिस्ट में तेजस्वी यादव का यह दावा गलत है, जो पहली लिस्ट जारी की गई है उसमें उनका नाम दर्ज है। आयोग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी यादव ने जो EPIC नंबर साझा किया है वो सही नहीं है। आयोग के आंकड़ों के अनुसार यह एपिक नंबर ही अमान्य है। चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों के अनुसार SIR की पहली लिस्ट में तेजस्वी यादव का यह दावा गलत है। जो पहली लिस्ट जारी की गई है उसमें उनका नाम दर्ज है। आयोग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी यादव ने जो EPIC नंबर साझा किया है वो सही नहीं है। आयोग के आंकड़ों के अनुसार यह एपिक नंबर ही अमान्य है।
1. कुछ समाचार माध्यमों से यह ज्ञात हुआ है कि माननीय नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव का नाम विशेष गहन पुनरीक्षण के प्रारूप मतदाता सूची में नहीं है।
2. इस बारे में जिला प्रशासन, पटना द्वारा जाँच की गई। इसमें यह स्पष्ट हुआ है कि माननीय नेता प्रतिपक्ष का नाम प्रारूप मतदाता… pic.twitter.com/HmXu419Oek
— District Administration Patna (@dm_patna) August 2, 2025
– पटना प्रशासन ने तेजस्वी यादव को टैग कर
तेजस्वी यादव के इस दावे के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में जिला प्रशासन ने जांच शुरू की और मतदाता सूची में तेजस्वी यादव के नाम होने की पुष्टि की। पटना प्रशासन की ओर से तेजस्वी यादव को टैग कर वोटर लिस्ट में उनके नाम को दिखाया गया है। जिला प्रशासन की ओर से कहा गया है कि कुछ समाचार माध्यमों से यह ज्ञात हुआ है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव का नाम विशेष गहन पुनरीक्षण के प्रारूप मतदाता सूची में नहीं है।