बिहार विधानसभा की दो सीटों तारापुर और कुशेश्वरस्थान में विधान सभा का उपचुनाव होने वाला है। दोनों ही जगहों पर विधायकों के निधन के बाद सीटें खाली हो गई हैं। इसको लेकर अभी से जदयू और राजद में पहलवानी शुरू हो गई है। दोनों की दल अखाड़े पर उतरने की जीतोड़ तैयारी में हैं।
इधर, दोनों पार्टी के मुखिया अपनी जीत पक्की करने के लिए विधानसभा उपचुनाव से पहले इन इलाकों का दौरान कर रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव अभी से मेहनत में कसर नहीं छोड़ना चाहते।
तेजस्वी उपचुनाव को लेकर जीत का दावा करते कहा कि दोनों सीटों पर आरजेडी (RJD) की ही जीत होगी। तेजस्वी ने मंच से अपने कार्यकर्ताओं को बताया, जिस तरह विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में आरजेडी आई वैसे ही दोनों सीटों को जीतकर सरकार को जबाब देगी।
पिछले दिनों बाढ़ का जायजा लेने तेजस्वी यादव कुशेश्वरस्थान गए थे। वहां उन्होंने बाबा कुशेश्वरनाथ की पूजा-अर्चना की और कुशेश्वरस्थान को विकसित करने और बाढ़ से निजात दिलाने का भी भरोसा दिलाया था।
इधर, हाल ही में, सीएम नीतीश कुमार कुशेश्वरस्थान पहुंचे थे। वहां सीएम ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। हवाई सर्वेक्षण के साथ सामुदायिक रसोई का निरीक्षण किया। साथ ही बाबा की पूजा भी की थी। वहीं, स्व.विधायक शशि भूषण हजारी के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दिया।
कयास यह है कि शशि भूषण हजारी के बेटे को ही जदयू अपना उम्मीदवार घोषित कर सकती है। वहीं, इससे पहले नीतीश कुमार ने पिछले 19 अप्रैल को तारापुर के विधायक और पूर्व मंत्री मेवा चौधरी की कोरोना से हुए मौत के बाद तारापुर जाकर हालात का जायजा लिया था। दोनों ही सीटें जदयू के खाते में हैं।
मगर, तेजस्वी ने हल्ला बोल दिया है, कहा है, नीतीश कुमार अभी से कुशेश्वर स्थान का दौरा कर रहे हैं, पर कोई फायदा नहीं होने वाला है। ऐसे में, बिहार में तारापुर और कुशेश्वर स्थान में होने वाला उपचुनाव अभी से प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है।