नई दिल्ली |
‘ये काम कल कर लेंगे’, ‘अभी तो बहुत समय है’… ये वो लाइनें हैं जो सुनने में बहुत आम लगती हैं, लेकिन असल में ये सफलता और असफलता के बीच की सबसे बड़ी दीवार हैं. क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ एक दिन की देरी आपके सपनों को आपसे कितना दूर कर सकती है?
आज की तेज रफ्तार दुनिया में हर कोई सफलता की सीढ़ियां चढ़ना चाहता है, लेकिन कुछ ही लोग अपनी मंजिल तक पहुंच पाते हैं. कामयाब और नाकामयाब लोगों के बीच एक सबसे बड़ा अंतर काम को करने के तरीके और समय को लेकर होता है. सफल व्यक्ति जहां हर काम को ‘आज और अभी’ खत्म करने में विश्वास रखते हैं, वहीं ज्यादातर लोग ‘कल करेंगे’ की आदत का शिकार हो जाते हैं. यही छोटी सी आदत धीरे-धीरे हमारे करियर और व्यक्तिगत जीवन पर भारी पड़ने लगती है.
क्यों टालमटोल बन जाती है हमारी आदत?
काम को टालने की आदत, जिसे procrastination भी कहा जाता है, एक मनोवैज्ञानिक जाल की तरह है. इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं. कुछ लोग काम के बड़े आकार या उसकी जटिलता से डरकर उसे शुरू ही नहीं कर पाते. वहीं, कुछ लोगों में असफलता का डर इतना हावी होता है कि वे उस काम को हाथ लगाने से बचते हैं, जिसमें उन्हें सौ प्रतिशत सफलता का यकीन न हो. इसके अलावा, परफेक्शन की चाहत भी एक बड़ा कारण है. कई बार लोग सोचते हैं कि जब तक वे किसी काम को बिल्कुल सही तरीके से करने के लिए तैयार नहीं होंगे, तब तक उसे शुरू ही नहीं करेंगे. यह मानसिकता उन्हें काम को टालते रहने पर मजबूर कर देती है.
‘आज और अभी’ के सिद्धांत का महत्व
सफलता का मूलमंत्र किसी भी काम को सही समय पर पूरा करने में छिपा है. जब हम किसी काम को ‘आज और अभी’ करने का लक्ष्य बनाते हैं, तो हम न केवल अपने समय का सही प्रबंधन करते हैं, बल्कि खुद को मानसिक रूप से भी मजबूत बनाते हैं. इस सिद्धांत को अपनाने से कई फायदे होते हैं:
- तनाव में कमी: जब काम समय पर पूरे होते हैं, तो डेडलाइन का दबाव और उससे जुड़ा तनाव खत्म हो जाता है.
- बेहतर परिणाम: काम को तुरंत शुरू करने से उसे सोचने, समझने और बेहतर तरीके से करने के लिए पर्याप्त समय मिलता है, जिससे काम की गुणवत्ता बढ़ती है.
- अवसरों का लाभ: जो व्यक्ति समय पर तैयार रहता है, उसे जीवन में मिलने वाले अवसरों को भुनाने में आसानी होती है.
- आत्मविश्वास में बढ़ोतरी: हर दिन अपने लक्ष्यों को पूरा करने से आत्मविश्वास बढ़ता है और बड़ी चुनौतियों का सामना करने की हिम्मत मिलती है.
कैसे बनें ‘आज और अभी’ वाले व्यक्ति?
काम को टालने की आदत को छोड़ना मुश्किल लग सकता है, लेकिन यह नामुमकिन नहीं है. अपनी कार्यशैली में कुछ छोटे-छोटे बदलाव करके आप इस आदत से छुटकारा पा सकते हैं. सबसे पहले, किसी भी बड़े काम को छोटे-छोटे हिस्सों में बांट लें. इससे काम आसान लगने लगेगा और उसे शुरू करने में हिचक नहीं होगी. अपने लिए वास्तविक समय-सीमा तय करें और उसका सख्ती से पालन करें. हर काम को पूरा करने के बाद खुद को छोटा-मोटा इनाम दें, इससे आपका मनोबल बढ़ेगा. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि काम की शुरुआत कर दें, भले ही वह छोटा कदम ही क्यों न हो. एक बार जब आप काम शुरू कर देते हैं, तो उसे पूरा करने की प्रेरणा अपने आप मिल जाती है. याद रखें, सफलता ‘कल’ के वादों पर नहीं, बल्कि ‘आज’ के एक्शन पर निर्भर करती है.

