पटना | बिहार सरकार ने 25 शहरों के लिए जीआईएस (GIS) आधारित मास्टर प्लान तैयार करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। नगर विकास एवं आवास विभाग ने संबंधित एजेंसियों को जल्द काम पूरा करने का निर्देश दिया है। पटना का मास्टर प्लान पहले ही तैयार हो चुका है, जबकि शेष 25 अधिसूचित आयोजना क्षेत्रों का मास्टर प्लान विकसित किया जा रहा है।
क्या है GIS आधारित मास्टर प्लान?
👉 भौगोलिक सूचना प्रणाली (Geographic Information System – GIS) के माध्यम से शहरों की डिजिटल मैपिंग की जाती है।
👉 इससे भविष्य की योजनाएं बनाना आसान हो जाता है और विकास कार्यों को वैज्ञानिक रूप से लागू किया जाता है।
👉 इसमें यातायात व्यवस्था, हरित क्षेत्र, जल निकासी, आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्र का निर्धारण किया जाता है।
किन शहरों का मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है?
🔹 राज्य सरकार की योजना सभी जिला मुख्यालयों और 1 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों के लिए मास्टर प्लान तैयार करने की है।
🔹 अब तक 50 शहर अधिसूचित किए गए हैं, जिनमें से 16 शहरों में आयोजना क्षेत्र का गठन पूरा हो चुका है।
📌 इन 25 शहरों के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है:
- आरा
- बक्सर
- गया
- बोधगया
- राजगीर
- मुजफ्फरपुर
- बिहारशरीफ
- सहरसा
- पूर्णिया
- छपरा
- दरभंगा
- मुंगेर
- बेगूसराय
- किशनगंज
- कटिहार
- सासाराम
- डेहरी
- मोतिहारी
- औरंगाबाद
- सीवान
- बेतिया
- बगहा
- भागलपुर
- हाजीपुर
- जहानाबाद
कैसे होगा शहरों का विकास?
✔️ नए मास्टर प्लान के तहत इन शहरों की सीमाओं का विस्तार होगा।
✔️ सुनियोजित विकास के लिए यातायात, जल निकासी, हरित क्षेत्र, औद्योगिक और आवासीय क्षेत्रों को वैज्ञानिक रूप से विकसित किया जाएगा।
✔️ राजस्व बढ़ाने के लिए संपत्ति सर्वेक्षण किया जाएगा, जिससे नगरपालिका क्षेत्रों में कर वसूली में बढ़ोतरी होगी।
✔️ नगर निकायों की आय बढ़ाने के लिए 26 शहरों में GIS आधारित नक्शे तैयार किए जाएंगे।
अब तक क्या-क्या पूरा हुआ?
📍 29 शहरों में GIS आधारित मैपिंग का काम पूरा
📍 28 अन्य शहरों में मैपिंग का काम जारी
📍 15 शहरों में संपत्ति सर्वेक्षण जारी
📍 82 सहायक नगर योजना सुपरवाइजरों की नियुक्ति के बाद काम में तेजी आई
👉 बिहार के शहरों के भविष्य को लेकर यह योजना बेहद महत्वपूर्ण साबित होगी, जिससे शहरीकरण को नियंत्रित और सुव्यवस्थित किया जा सकेगा।