पटना, देशज टाइम्स| बिहार विधानसभा के बजट सत्र के 10वें दिन सदन में जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने राज्य में बढ़ते अपराध को लेकर सरकार को घेरा।
बिहार विधानसभा में हंगामा: विपक्ष का आरोप—‘सरकार खून की होली खेल रही है’
विशेष रूप से होली के दौरान हुई 22 हत्याओं को लेकर राजद (RJD) ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। विधान परिषद और विधानसभा दोनों ही सदनों में विपक्ष ने नारेबाजी की, पोस्टर लहराए और अपराध पर सरकार की विफलता का आरोप लगाया।
वीडियो नवादा के वारसलीगंज विधानसभा संख्या 239 की भाजपाई विधायक अरुणा देवी के कुख्यात अपराधी पति अखिलेश सिंह की है!
ऑटोमेटिक हथियार के साथ अखिलेश सिंह कुछ गुर्गों के साथ मध्य रात्रि में शराबबंदी वाले बिहार में अत्यधिक शराब के नशे में धुत होकर एक व्यक्ति के घर पर उसकी हत्या करने… pic.twitter.com/KkhB7Yb86t— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) March 17, 2025
सदन के बाहर और अंदर विपक्ष का विरोध
- राजद नेता राबड़ी देवी के नेतृत्व में विधान परिषद के बाहर जोरदार प्रदर्शन हुआ।
- ‘बिहार में हत्या, लूट, बलात्कार’ लिखे पोस्टर लेकर राजद विधायक मुकेश रौशन ने सरकार पर हमला बोला।
- सदन में हंगामे के दौरान ‘खून की होली’ लिखे पोस्टर लहराए गए, जिन्हें विधानसभा अध्यक्ष के आदेश पर मार्शलों ने जब्त कर लिया।
राबड़ी देवी का सरकार पर तीखा हमला
- “बिहार में सुशासन नहीं, अपराधियों का राज है।”
- “अगर पुलिसकर्मी तक मारे जा रहे हैं, तो आम जनता का क्या हाल होगा?”
- “सरकार बताए कि बेटियों की सुरक्षा कैसे होगी, जब दारोगा और सिपाही तक सुरक्षित नहीं हैं?”
विपक्ष और सत्ता पक्ष में तीखी नोकझोंक
- राजद विधायक भाई वीरेंद्र: “बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं बची है। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं और नेताओं का संरक्षण प्राप्त है।”
- भाजपा विधायक राजेश कुमार: “बिहार की आबादी 13 करोड़ है। त्योहारों पर छिटपुट घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन प्रशासन ने हर मामले में कार्रवाई की है।”
सत्ता पक्ष ने विपक्ष को बताया ‘राजनीतिक नाटकबाज’
- नीतीश सरकार ने कहा कि विपक्ष बेवजह माहौल खराब कर रहा है।
- भाजपा और जदयू नेताओं ने कहा कि हर घटना पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है और अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।
सदन के बाहर प्रदर्शन, ‘खून की होली’ वाले पोस्टर जब्त
सत्र शुरू होने से पहले ही विधान परिषद के मुख्य गेट पर राजद नेता राबड़ी देवी के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों ने जोरदार प्रदर्शन किया। उनके हाथों में पोस्टर थे, जिन पर लिखा था— “बिहार में खून की होली खेल रही सरकार”।
राबड़ी देवी ने कहा—
“दो दिन में 22 हत्याएं हो चुकी हैं। बेटियों के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या हो रही है। पुलिस अधिकारी और जवान भी सुरक्षित नहीं हैं। जब सरकार की सुरक्षा देने वाली पुलिस ही मारी जा रही है तो आम जनता का क्या हाल होगा?”
विपक्ष के हंगामे के कारण विधान परिषद की कार्यवाही बाधित हुई। जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई, राजद विधायक मुकेश रौशन और अन्य विपक्षी विधायकों ने सदन के अंदर भी पोस्टर लहराए और नारेबाजी की। इस पर स्पीकर ने मार्शल को पोस्टर जब्त करने का आदेश दिया। मार्शलों ने विपक्ष के विधायकों के हाथ से पोस्टर छीन लिए।
होली के दौरान अपराध का मुद्दा गरमाया
राजद विधायक मुकेश रौशन ने कहा—
“होली के दो दिन के अंदर 22 लोगों की हत्या हुई है, जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। जब पुलिस खुद सुरक्षित नहीं है, तो आम जनता का क्या होगा?”
राजद नेता भाई वीरेंद्र ने कहा—
“बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं बची है। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं और सरकार में बैठे लोग उन्हें संरक्षण दे रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि—
“नीतीश सरकार के राज में दो-दो पुलिस अधिकारियों की हत्या हो चुकी है। पत्रकारों और आम जनता तक को सुरक्षा नहीं मिल रही है। यह सरकार अपराधियों को खुली छूट दे रही है।”
सरकार की सफाई और भाजपा का पलटवार
राजद के आरोपों पर भाजपा विधायक राजेश कुमार ने जवाब देते हुए कहा—
“बिहार की आबादी 13 करोड़ है। होली जैसे बड़े त्योहारों के दौरान छिटपुट घटनाएं होती रहती हैं। लेकिन प्रशासन ने हर मामले में त्वरित कार्रवाई की है। अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कोई भी हो।”
सत्ता पक्ष के अन्य नेताओं ने कहा कि राजद के शासनकाल में बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति और भी बदतर थी। भाजपा विधायकों ने कहा कि—
“जंगलराज की बात करने वाले राजद को पहले अपने शासनकाल की याद करनी चाहिए। उस समय तो अपहरण उद्योग चल रहा था और आम जनता घर से निकलने में डरती थी।”
सरकार की ओर से क्या कहा गया?
सरकार की ओर से गृह विभाग के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि—
“राज्य सरकार कानून-व्यवस्था को लेकर पूरी तरह सतर्क है। किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने अपराधियों की पहचान कर ली है और जल्द ही कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने कहा कि—
“सिर्फ आंकड़ों को लेकर राजनीति करने से सच नहीं बदल जाता। बिहार में अपराध नियंत्रण में है और अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है।”
बजट सत्र के दौरान सत्ता और विपक्ष में तकरार
मुद्दा | विपक्ष का आरोप | सरकार का जवाब |
---|---|---|
22 हत्याएं (होली के दौरान) | बिहार में अपराधी बेलगाम, सरकार नाकाम | हर घटना पर कार्रवाई हो रही है |
पुलिस अधिकारियों की हत्या | जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं, तो जनता का क्या होगा? | अपराधियों को पकड़ने के लिए सख्त कार्रवाई होगी |
महिलाओं के खिलाफ अपराध | छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म और हत्या हो रही है | हर मामले की जांच हो रही, अपराधियों को सजा मिलेगी |
नीतीश सरकार पर हमला | सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है | राजद शासन में बिहार में जंगलराज था |
भाजपा का पलटवार | बिहार में सरकार नहीं, अपराधियों का राज है | बिहार में कानून-व्यवस्था बेहतर है |
निष्कर्ष
बिहार विधानसभा का बजट सत्र सरकार और विपक्ष के बीच जबरदस्त हंगामे का गवाह बना। विपक्ष का कहना है कि बिहार में अपराध की स्थिति चिंताजनक है और सरकार इसे रोकने में असफल रही है।
बिहार में लगातार बढ़ते अपराध को लेकर राष्ट्रीय जनता दल के माननीय विधायकों ने आज बिहार विधानसभा सदन के बाहर अपनी जन समर्पित क्रांतिकारी आवाज बुलंद की और बेहोश अचेत अस्वस्थ मुख्यमंत्री कुर्सी कुमार को उनकी अहंकारी नींद से जगाने की पुरजोर कोशिश की!@yadavtejashwi pic.twitter.com/s2jU7p3E3b
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) March 17, 2025
वहीं, सरकार ने अपराधियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है। भाजपा ने इसे विपक्ष का राजनीतिक हथकंडा बताया और कहा कि नीतीश सरकार कानून-व्यवस्था को लेकर पूरी तरह सतर्क है।
इस मुद्दे पर आगे की कार्यवाही देखने वाली होगी कि सरकार क्या ठोस कदम उठाती है और विपक्ष किस तरह से इसे लेकर दबाव बनाता है।
बिहार विधानसभा में अपराध के मुद्दे पर घमासान जारी है। सरकार पर सख्त कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है, जबकि विपक्ष इस्तीफे की मांग कर रहा है।