बिहार से दो खबर शिक्षा विभाग से जुड़ी हुई है। इसमें स्कूल-कॉलेजों में अब 50 % क्लास होंगे Online वहीं, शारीरिक शिक्षक बन सकेंगे मैट्रिक पास।
राज्य के सभी विश्वविद्यालय और कॉलेजों में 50 प्रतिशत क्लास ऑनलाइन होंगे। कोरोना वायरस के दौर में बुरी तरह प्रभावित हुई उच्च शिक्षा फिर कभी बेपटरी न हो, इसके लिए शिक्षा विभाग एक खास किस्म का मेकैनिज्म तैयार करेगा।
इसमें नियमित ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन क्लास चलाए जाएंगे। 50 प्रतिशत क्लास डिजिटल मोड में होंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग जल्द ही कुलपतियों और आइटी, आइसीटी एक्सपर्ट की बैठक करेगा।
वहीं, शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक (शारीरिक शिक्षक) की नियुक्ति के लिए अब मैट्रिक पास आवेदक भी मान्य होंगे। नियुक्ति की चल रही प्रक्रिया में बिहार पंचायत प्रारंभिक शिक्षक नियमावली-2012 और शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक पात्रता परीक्षा-2019 की नियमावली में निर्धारित अहर्ताएं भी मान्य होंगी।
इस तरह कम-से-कम मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण और भारत के किसी भी राज्य के पात्रताधारी व्यक्ति इस पद पर नियुक्ति की प्रक्रिया में पात्र माने जाएंगे। इस आशय का आदेश प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने जारी किया।
जानकारी के मुताबिक प्रदेश के सभी विवि में वाइ-फाइ की सुविधा दी जा चुकी है। कॉलेजों में ऑनलाइन और डिजिटल क्लास के संचालन के लिए शिक्षा विभाग विशेष इन्फ्रास्ट्रक्चर भी मुहैया कराएगा।
दरअसल, प्राध्यापकों की 50% क्लास ऑनलाइन अनिवार्य होंगी। इन क्लासों को बच्चे कहीं से भी ले सकेंगे। विशेषज्ञ प्राध्यापकों की क्लासों की बाकायदा वीडियो रिकाॅर्डिंग करायी जाएगी। बाद में उस रिकाॅर्डिंग को प्रदेश के विभिन्न कॉलेजों के बच्चों को लिंक के जरिये पहुंचाया जाएगा। प्राथमिक स्तर पर इसके लिए हुए मंथन में विशेषज्ञों ने तय किया है कि सभी सरकारी और संबद्ध कॉलेजों के विद्यार्थियों और प्राध्यापकों के मोबाइल नंबर लेकर ग्रुप बनाये जाएंगे।