Shambhavi Chaudhary’s Samastipur controversy: कंगना रनौत सिंड्रोम बिहार में…बिहार के मैप में समस्तीपुर कोई नहीं जानता था…मचा बवाल।देखें VIDEO |
अशोक चौधरी अपनी हालिया कविता को लेकर बहस में आ गए
जहां, पूरा परिवार ही इन दिनों खासे निशाने पर है। पिता डॉ.अशोक चौधरी अपनी हालिया कविता को लेकर बहस में आ गए। वैसे, तत्काल जनता दल (यूनाइटेड) ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया। नया दायित्व सौंपा।
राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने पर अशोक चौधरी ने कहा
वहीं, राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने पर अशोक चौधरी ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, हमारे अभिभावक एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सहृदय आभार है। यह मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से भावुक करने वाला पल है, उन्होंने सदैव हमें एक पुत्र के रूप में स्नेह और आशीर्वाद दिया है। हमें बिन मांगे ही बहुत कुछ मिला है। आज उन्होंने एक बड़ी जिम्मेदारी सौंप कर हम पर जो विश्वास जताया है, उसका हम पूरी निष्ठा एवं समर्पण के साथ निर्वहन करेंगे।
तब जाकर लोगों को पता चला है कि समस्तीपुर कहां है?
वहीं, इधर, अशोक चौधरी की पुत्री और समस्तीपुर लोकसभा की सांसद शाम्भवी चौधरी विपक्ष के निशाने पर आ गईं हैं। कहा कि जब उन्होंने संसद में समस्तीपुर का मुद्दा उठाया तो तब जाकर लोगों को पता चला है कि समस्तीपुर कहां है? उनके इस बयान को लेकर विपक्ष ने जमकर निशाना साधा। किसी ने शांभवी चौधरी को भारत रत्न देने की बात कही तो किसी ने समस्तीपुर के नाम बदलने की मांग की।
राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज़ ने
राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज़ ने शांभवी चौधरी के बयान पर कहा कि बिहार के लोगों को पता है कि समस्तीपुर साल 1972 में जिला बना था। कर्पूरी ठाकुर की धरती के रूप में समस्तीपुर को जाना जाता है। सांसद ने ऐसा बयान देकर वहां की जनता का अपमान किया।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञान रंजन ने
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञान रंजन ने तंज कसते हुए कहा कि शांभवी चौधरी को राजनीति का बेसिक भी पता नहीं है। भगवान की कृपा है कि नेता की बेटी हैं। उन्हें यह भी जानकारी नहीं होगी कि पटना में चिड़ियाघर है।
माले पोलित ब्यूरो के सदस्य धीरेंद्र झा ने
माले पोलित ब्यूरो के सदस्य धीरेंद्र झा ने समस्तीपुर की खोज के लिए सांसद को भारत रत्न देने की मांग की। कहा कि समस्तीपुर का नाम बदलकर शांभवीपुर रख देना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनडीए ने मिथिलांचल से ऐसे नेता को प्रमोट किया, जिन्हें समाज, इतिहास और राजनीति आंदोलन के बारे में पता नहीं है।
कंगना रनौत सिंड्रोम बिहार में…।
जिन्हें यह पता नहीं कि भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर समस्तीपुर से सांसद बने थे तो उन्हें यह भी जानकारी नहीं होगी कि बलिराम भगत कॉलेज के संस्थापक कौन हैं? जनता ऐसे सांसद को सजा जरूर देगी। उनके पिता सजा के असली हकदार हैं, जिन्होंने एक नॉन पॉलिटिकल संतान को टिकट दिलाकर सांसद बना दिया।वहीं, राजद ने अपने एक्स पर लिखा, शेयर किया। कंगना रनौत सिंड्रोम बिहार में…।