Valmikinagar Tiger Reserve: नववर्ष के जश्न में प्रकृति का यह अनमोल खजाना भी पूरी तरह से पैक हो चुका है, जहां हर पत्ती की सरसराहट एक कहानी कह रही है और हर नजारा मन मोह रहा है। पर्यटकों की भारी भीड़ के कारण वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व में बुकिंग पूरी तरह से फुल हो गई है, जिससे नए साल के पहले दिन कुछ सेवाएं बंद रहेंगी।
बिहार के इकलौते टाइगर रिजर्व, वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व (वीटीआर), में नववर्ष के मौके पर पर्यटकों का उत्साह चरम पर है। वन विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यहां 5 जनवरी तक की सभी बुकिंग्स फुल हो चुकी हैं। दूर-दराज से आने वाले सैलानियों ने पहले ही अपने प्रवास की योजना बना ली थी, जिसके चलते अब नए सिरे से बुकिंग की कोई गुंजाइश नहीं बची है। यह स्थिति न केवल वीटीआर की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाती है, बल्कि राज्य में इको-टूरिज्म के बढ़ते दायरे को भी रेखांकित करती है।
Valmikinagar Tiger Reserve: नववर्ष पर विशेष पाबंदियां
हालांकि, नववर्ष के पहले दिन यानी 1 जनवरी को वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व में नेचर सफारी और ग्लास ब्रिज पर्यटकों के लिए बंद रहेंगे। यह निर्णय नववर्ष उत्सव के दौरान संभावित अत्यधिक भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है। इस दौरान वन विभाग का स्टाफ व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने और वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में जुटा रहेगा। यह पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है ताकि वे अपनी यात्रा की योजना तदनुसार बना सकें।
वीटीआर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि नेचर सफारी के लिए सुबह और शाम के अलग-अलग स्लॉट निर्धारित हैं। सुबह की सफारी एक विशिष्ट समय पर शुरू होकर समाप्त होती है, जबकि शाम की सफारी का भी अपना निर्धारित शेड्यूल है। पर्यटकों को इन स्लॉट का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य है। बिना पूर्व बुकिंग के जंगल क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति किसी भी हाल में नहीं दी जाएगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। विभाग ने सभी आगंतुकों से निर्धारित नियमों और दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने की अपील की है ताकि वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास में कोई व्यवधान न हो और सभी की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
वन्यजीव प्रेमियों और प्रकृति के प्रति उत्साही लोगों के लिए वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व हमेशा से एक पसंदीदा गंतव्य रहा है। नववर्ष उत्सव के दौरान इतनी बड़ी संख्या में पर्यटकों का यहां पहुंचना इस बात का प्रमाण है कि लोग अब प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीवों के संरक्षण के प्रति अधिक जागरूक हो रहे हैं। यह रुझान राज्य के पर्यटन उद्योग के लिए शुभ संकेत है।
पर्यटकों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश
वीटीआर के अधिकारियों ने बताया कि जंगल क्षेत्र में प्रवेश के लिए केवल ऑनलाइन या अधिकृत काउंटरों से की गई बुकिंग ही मान्य होगी। किसी भी प्रकार की अनधिकृत पहुंच पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पर्यटकों से यह भी अनुरोध किया गया है कि वे जंगल के भीतर स्वच्छता बनाए रखें, शोरगुल से बचें और वन्यजीवों को परेशान न करें। यह सुनिश्चित करना सभी का दायित्व है कि हम प्रकृति के इस उपहार को आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित रख सकें। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इसके अतिरिक्त, वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि सभी पर्यटक वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत आने वाले नियमों का पालन करें। किसी भी प्रकार की लापरवाही या नियम उल्लंघन पर जुर्माना लगाया जा सकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व एक संवेदनशील इकोसिस्टम है और यहां की जैव विविधता को बनाए रखने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।


