बिहार में बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री 13 मई को आने वाले हैं। उनके आगमन के पहले ही बिहार में घमासान मचा हुआ है। बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पटना से लगभग 15 किलोमीटर दूर नौबतपुर प्रखंड के तरेत गांव में पहुंच रहे हैं। बागेश्वर धाम वाले बाबा का कार्यक्रम 13 तारीख से 17 तारीख तक के यहां कथा वाचन के रूप में होना है।
इसी बीच उनके आगमन को लेकर भाजपा की ओर से पटना के कई इलाकों में पोस्टर लगाया गया है। इसमें भोजपुरी के कुछ शब्द लिखकर बिहार सरकार पर निशाना साधा गया है। वहीं, बीजेपी नेता को त्रिदेव बता कर उनकी तस्वीर लगाई गई है।
पोस्टर में लिखा गया है पाप से बिहार की धरती फटी, अधर्म से आसमान, अत्याचार से कांपी इंसानियत, राज कर रहे हैवान, जिनकी होगी ताकत अपूर्व, जिनका होगा निशाना अवैध, जो करेंगे उनका सर्वनाश, वह कहलायेंगे त्रिदेव।
बिहार भाजपा प्रदेश ऑफिस के बाहर एक पोस्टर लगाया गया है। जिसमें भोजपुरी भाषा में लिखा हुआ है, बागेश्वर धाम सरकार धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री महाराज का स्वागत बा। इसके आलावा इस पोस्टर में भाजपा के तीन बड़े नेताओं की तस्वीर लगा इन्हें त्रिदेव बताया गया है।
इस पोस्टर के दाहिने तरह से सबसे पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ उसके बाद बीच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लास्ट में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की तस्वीर लगायी गयी है और इन्हें त्रिदेव बताया गया है।
जानकारी के अनुसार,13 तारीख की शाम लगभग 4 बजे धीरेंद्र शास्त्री जी नौबतपुर राघवेंद्र सरकार मठ पहुंचेंगे। वहां पर मठ में राम जानकी मंदिर में दर्शन करने के बाद कार्यक्रम स्थल के लिए प्रस्थान करेंगे। इसे लेकर राघवेंद्र सरकार आश्रम के ठीक विपरीत लगभग 3 लाख स्क्वायर फीट में जर्मन पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है।
इधर, बिहार में घमासान मचा हुआ है। आरजेडी ने अलग मोर्चा खोल दिया है तो मुजफ्परपुर में बाबा के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया है। इन सबसे अलग वीआईपी के मुकेश सहनी को बाबा से अपनी मुराद पूरी होने की उम्मीद है। बाबा के कार्यक्रम के लिए गांदी मैदान की जगह देने से सरकार ने इनकार कर दिया है।
आरजेडी के नेता और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री के पटना आगमन का विरोध किया है। उनका कहना है कि बाबा हिन्दू-मुस्लिम में विभेद पैदा करने की कोशिश कर सकते हैं।
अगर बाबा ने ऐसा किया तो वे इसका विरोध करेंगे। बिहार की धरती हिन्दू-मुस्लिम, सिख-ईसाई, हम सब हैं भाई-भाई की धरती रही है। यहां कोई हिन्दू-मुस्लिम की बात करेगा तो उसे वह बरदाश्त नहीं करेंगे।
तेज प्रताप यादव के स्वर में स्वर मिलाते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा है कि बागेश्वर धाम के बाबा अगर बिहार में गंदा काम करेंगे तो उसकी इजाजत नहीं दी जाएगी। धमकी तो यह भी दी गई है कि बिहार में जब लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार किया जा सकता है तो फिर धीरेंद्र शास्त्री किस खेत की मूली हैं।
बाबा के चमत्कार की सच्चाई सामने आ चुकी है। तेज प्रताप ने धमकी दी है कि बाबा की सुरक्षा की चाहे जितनी चाकचौबंद व्यवस्था हो, लेकिन हिन्दू-मुस्लिम करने पर उनके जवाब के लिए उनकी सेना भी तैयार है।
वहीं, पोस्टर से धर्म और अधर्म की बात कही जा रही है। पटना के नौबतपुर में 13 मई को बाबा बागेश्वर के आगमन की इधर तैयारी जोरो-शोरों से चल रही है तो वहीं विपक्ष में बैठी पार्टी भाजपा के तरफ से पटना के कई इलाकों में एक बड़ा ही रोचक पोस्टर लगाया है।
इसमें भोजपुरी भाषा में लिखा हुआ है, बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज का स्वागत बा। इसके आलावा इस पोस्टर में भाजपा के तीन बड़े नेताओं की तस्वीर लगा इन्हें त्रिदेव बताया गया है।
इसमें दाहिने तरह यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, बीच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लास्ट में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की तस्वीर लगायी गयी है और इन्हें त्रिदेव बताया गया है।
पोस्टर में लिखा गया है कि, पाप से बिहार की धरती फटी, अधर्म से आसमान, अत्याचार से कांपी इंसानियत, राज कर रहे हैवान, जिनकी होगी ताकत अपूर्व, जिनका होगा निशाना अवैध, जो करेंगे उनका सर्वनाश, वह खलायेंगे त्रिदेव। यह पोस्टर राजधानी पटना में कई जगहों पर लगाया गया है। जिसके जरिए राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा गया है।