पूर्णिया: बिहार मद्य निषेध विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर सहित चार कर्मियों को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार आरोपी के परिजनों से रिश्वत मांगने और टॉर्चर करने के आरोपों के बाद की गई।
कार्रवाई के विवरण
- निलंबित कर्मी:
- सुमन कुमार झा, इंस्पेक्टर, उत्पाद विभाग
- चंदन कुमार, अवर निरीक्षक
- दिनेश कुमार दास, सहायक अवर निरीक्षक
- प्रदीप कुमार, सहायक अवर निरीक्षक
- आरोप:
- आरोप है कि इन कर्मियों ने गांजा तस्करी के मामले में गिरफ्तार आरोपी के परिजनों को रिश्वत मांगने और टॉर्चर करने के लिए उत्पाद विभाग कार्यालय बुलाया था।
- पीड़ित ने आरोप लगाया कि इन कर्मियों ने धमकी दी कि यदि पैसे नहीं दिए तो उनके घर को सील कर दिया जाएगा।
जांच और कार्रवाई
- जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मद्य निषेध विभाग के सहायक आयुक्त नीरज कुमार को मामले की जांच का निर्देश दिया।
- जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद डीएम कुंदन कुमार ने कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया और निलंबन कर दिया।
पीड़ित की शिकायत
- पीड़ित ने सहायक उत्पाद आयुक्त नीरज कुमार को आवेदन देकर बताया कि 29 नवंबर को उसके पिता महेश पोद्दार को उत्पाद विभाग के कर्मियों ने गांजा के साथ पकड़ा और फिर उन्हें कार्यालय में बुलाया।
- वहां उन पर रिश्वत की मांग की गई और धमकाते हुए कहा गया कि यदि पैसे नहीं दिए गए तो उनके घर को सील कर दिया जाएगा।
डीएम का निर्देश
- डीएम कुंदन कुमार ने कहा कि राज्य सरकार नशे के कारोबार पर रोक लगाने और जनता को नशे से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
- उन्होंने यह भी कहा कि इन नियमों का उपयोग निर्दोषों को फंसाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए और दोषी कर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि बिहार सरकार नशे के कारोबार के खिलाफ अपनी सख्ती को बनाए रखते हुए भ्रष्टाचार और दुराचार को सहन नहीं करेगी।
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