हादसों पर हादसा…Purnia News, Aurangabad News। रफ्तार की जद में गईं 7 जानें। जहां, Purnia और Aurangabad से बड़ी खबर है। दोनों शहरों में रफ्तार की कहर में (Accidents | DeshajTimes.Com) सात लोगों की मौत हो गई हैं। कई जख्मी हैं। जहां, पूर्णिया में बीती रात तेज रफ़्तार का कहर देखा गया। दो अलग-अलग हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई।
बिहार में रफ्तार का कहर: पूर्णिया और औरंगाबाद में 7 मौतें, कई घायल
बिहार के पूर्णिया और औरंगाबाद जिलों से सड़क हादसों की दुखद खबरें सामने आई हैं। तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण दो जिलों में कुल सात लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। ये हादसे पूर्णिया में दो अलग-अलग स्थानों और औरंगाबाद के मदनपुर थाना क्षेत्र में हुए।
पूर्णिया: तेज रफ्तार के कारण छह मौतें
पहली घटना: टिकापट्टी थाना क्षेत्र
स्थान: टिकापट्टी-कुर्सेला रोड
घटना विवरण:
तीन युवक, जिमी यादव, रोहित कुमार, और विशाल कुमार, बाइक पर सवार होकर जा रहे थे।
तेज रफ्तार के कारण बाइक एक खंभे से टकरा गई, जिससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
उम्र: तीनों की आयु 19-20 वर्ष थी।
प्रभाव: घटना से परिजनों में कोहराम मच गया।
दूसरी घटना: डगरूआ थाना क्षेत्र
स्थान: विश्वासपुर चौक, एनएच-31
घटना विवरण:
बाइक पर सवार तीन लोग राजमिस्त्री का काम कर लौट रहे थे।
एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी, जिससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
तीनों मृतक एक ही गांव के निवासी थे।
प्रभाव: परिजनों में शोक और आक्रोश है।
औरंगाबाद: सड़क किनारे खड़े बच्चों को ट्रक ने कुचला
तीसरी घटना: मदनपुर थाना क्षेत्र
स्थान: कुशहा गांव, एनएच-19
घटना विवरण:
ट्रक ने सड़क किनारे खड़े तीन बच्चों और एक व्यक्ति को कुचल दिया।
इस हादसे में 14 वर्षीय बच्चे संकेत यादव की मौके पर ही मौत हो गई।
तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए।
प्रभाव:
घायलों को मदनपुर स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद गया रेफर कर दिया गया।
मृतक और घायलों का संबंध कुशहा गांव से है।
स्थानीय लोगों की नाराजगी और प्रशासन का कदम
पूर्णिया:
ग्रामीणों ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा में सुधार और तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण लगाने की मांग की।
औरंगाबाद:
कुशहा गांव के लोगों ने एनएच-19 पर हादसों की बढ़ती संख्या पर नाराजगी जाहिर की।
ट्रक चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
रफ्तार बनी जानलेवा
इन घटनाओं ने सड़क सुरक्षा की गंभीर खामियों को उजागर किया है। तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण आए दिन ऐसे हादसे हो रहे हैं। प्रशासन को इस दिशा में सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदियों को रोका जा सके।
परिजनों के लिए राहत की मांग
पीड़ित परिवारों ने प्रशासन से मुआवजा और न्याय की गुहार लगाई है। इन हादसों में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के लिए यह समय बेहद कठिन है। सरकार और स्थानीय प्रशासन को तुरंत राहत और आर्थिक सहायता उपलब्ध करानी चाहिए।