back to top
7 अक्टूबर, 2024

पूर्णिया में सीएम नीतीश कुमार का आह्वान, बाल विवाह-दहेज प्रथा और नशाबंदी के खिलाफ समाज दे सरकार का साथ

spot_img
spot_img
spot_img

माज सुधार अभियान के तहत पूर्णिया जिले पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने जीविका दीदीयों से संवाद स्थापित किया। जीविका दीदीयों की बातें सीएम ने बड़े ध्यान से सुनी। इसके बाद डिप्टी सीएम, विभागीय मंत्री और अधिकारियों ने कार्यक्रम को संबोधित किया। वहीं, सीएम नीतीश कुमार ने जनता को संबोधित किया। पढ़ें पूरी खबर

पूर्णिया में समाज सुधार अभियान के तहत नीतीश कुमार अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ पूर्णिया के इंदिरा गांधी स्टेडियम शनिवार दोपहर पहुंचे ।यहां पर 1000 जीविका दीदियों को संबोधित किया।कार्यक्रम प्रारंभ होने से पहले जीविका दीदियों तथा स्थानीय कलाकारों द्वारा शराबबंदी ,बाल विवाह तथा दहेज प्रथा पर लोकगीतों की प्रस्तुति दी गई जिसे काफी लोगों ने सराहा।

सीएम नीतीश कुमार ने कहा
कि जीविका में महिलाओं का उत्थान हो रहा है यह स्पष्ट दिखाई पड़ रहा है। जीविका समूह एक ऐसा समूह बन गया है जिसमें गांव गांव की महिलाएं अपने उत्थान में लगी हुई है तथा उनके बाद बच्चों तथा परिवार का भरण पोषण अच्छे और संस्कारों से परिपूर्ण होकर हो रहा है।

हमारे समाज की सबसे बड़ी बीमारी है बाल विवाह ,दहेज प्रथा तथा शराब का प्रचलन।अगर हम इसे दूर कर देते हैं तो हमारी समाज सुधार अभियान यात्रा सफल होगी। प्रदेश की राजग सरकार के सभी अंग इन सारी चीजों पर लगातार काम कर रही है। इसमें जीविका दीदियों का बहुत बड़ा सहयोग है।

सीएम ने कहा कि जिन जीविका दीदियों ने अपनी बातें बताई,अपने कष्ट को सभी के सामने रखा उससे लग गया कि हमें समाज सुधार में कितना आगे बढ़ना चाहिए और यह कितना आवश्यक है।उन्होंने कहा कि आज हम या हमारी सरकार बिहार की पुलिस में 35 प्रतिशत महिलाओं की हिस्सेदारी निश्चित कर दी है।

मेडिकल कॉलेजों में महिलाओं को आरक्षण दिया गया है। यह सारी चीजें सरकार समाज सुधार के लिए ही कर रही है। इस कार्यक्रम में बिहार के डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद तथा भूमि व राजस्व मंत्री रामसूरत राय भी मौजूद थे।

पूर्णिया में सीएम नीतीश कुमार का आह्वान, बाल विवाह-दहेज प्रथा और नशाबंदी के खिलाफ समाज दे सरकार का साथ
पूर्णिया में सीएम नीतीश कुमार का आह्वान, बाल विवाह-दहेज प्रथा और नशाबंदी के खिलाफ समाज दे सरकार का साथ
पूर्णिया में सीएम नीतीश कुमार का आह्वान, बाल विवाह-दहेज प्रथा और नशाबंदी के खिलाफ समाज दे सरकार का साथ
पूर्णिया में सीएम नीतीश कुमार का आह्वान, बाल विवाह-दहेज प्रथा और नशाबंदी के खिलाफ समाज दे सरकार का साथ

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीविका दीदियों को संबोधित करते हुए कहा
कि महिलाओं के आग्रह पर शराबबंदी लागू की। कर्पूरी ठाकुर ने भी लागू की थी लेकिन दो साल में हटा दिया गया था। दीदियों ने जिस तरह अपनी बातें रखी, अपनी कठिनाइयों को बताया और वर्तमान स्थिति को बयां किया, वह सराहनीय है। कोरोना के कारण अभियान में ब्रेक आया था।

सीएम ने कहा कि जहरीली शराब कांड पर तत्काल राज्यस्तरीय बैठक हुई और फिर अभियान को तेज किया गया। अभियान निरंतर चलता रहेगा। इसमें हर एक व्यक्ति तक संदेश पहुंचाया जाएगा। गांधी जी स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी शराबबंदी को लेकर अभियान चलाया था।

गांधी ने कहा था कि शराब इंसान को हैवान बना देता है। शराब पैसा ही नहीं छिनता बुद्धि भी हर लेता है। बच्चे-बच्चे को जागरूक करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने कहा है कि एक साल के अंदर शराब के कारण तीस लाख लोगों की मौत होती है, जिसमें 20 से 39 साल के लोगों के मौत सर्वाधिक हो रही है। शराब के हिमायतदारों का विरोध होना चाहिए।

सीएम ने कहा कि वर्ष 2005 से आपकी सेवा कर रहे हैं। शाम के बाद घर से निकलना मुश्किल था। बच्चियां नहीं पढ पाती थी। विकास हुआ, कानून का राज हुआ। लडकियों की शिक्षा के लिए कार्य हुआ है। पोशाक, साइकिल योजना,लागू की। महिलाओं के लिए कार्य किया है। पंचायत में आरक्षण दिया। सरकारी नौकरी में आरक्षण दिया। स्वयं सहायता समूह के जरिये महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य किया।

जीविका समूहों को कार्य दिया जा रहा है। सडक, बिजली,पुल पुलिया मेंटेंनेस की व्यवस्था हो रही है। पुलिस विभाग में पैंतीस फीसदी महिलाएं हैं। यह और कहीं नहीं है। इंजीनियरिंग कालेज मेडिकल कालेज में सीट आरक्षित कर लडकियों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। बाल विवाह व दहेज प्रथा के खिलाफ कार्य किया जा रहा है।

नीतीश ने कोरोना को लेकर स्थिति अब नियंत्रित है। जल्द मुक्ति भी मिलेगी। अब पाबंदी नहीं है। रविवार को समाज सुधार अभियान का समापन है लेकिन वास्तविक में अब इसे गति देने का समय है। वर्ष 2015 में पटना में आयोजित जीविका दीदी के कार्यक्रम में महिलाओं के आग्रह पर मैंने घोषणा की थी शराब बंदी की। वर्ष 2016 में यह कानून लागू हुआ। काफी मंथन के बाद कानून लागू किया। प्रथम चरण में बडे शहर को इससे अलग रखा गया था लेकिन महिलाओं के विरोध के चलते बडे शहर में भी बंद करना पड़ा।

इससे पहले आठ जीविका दीदियों ने जीविका से जुड़ने के पहले के अपने जीवन के अनुभवों को बताया। सभी जीविका दीदियों ने जीविका दीदियों के सामने तथा बिहार सरकार के कैबिनेट तथा सीएम एवं कई अन्य मंत्रियों के सामने अपनी बातों को रखा ।किसी जीविका दीदी ने कहा कि मैं शराब बेचने का कारोबार करने लगी थी लेकिन किस्मत ने साथ दिया और मैं कैसे-कैसे जीविका दीदी बन गई और मेरा जीवन अभी बहुत अच्छा है।

इसका सबसे ज्यादा और बड़ा कारण था कि हमारे पास गरीबी थी घर में बच्चे थे और पैसे का बहुत ज्यादा अभाव रहता था। इस कारण हम लोगों ने आसान रास्ता अपनाया और शराब बेचने लगी।

एक दीदी ने कहा कि मेरी कम उम्र में ही शादी हो गई और मेरे चार पांच बच्चे थे परिस्थिति वश मुझे गलत रास्ते पर जाना पड़ा ,परंतु आज शराब नामक गलत रास्ते से दूर हूं और अपने परिवार के साथ अच्छी जिंदगी बिता रही हूं।

आज के कार्यक्रम को सीएम साहब के साथ आए मुख्य सचिव अमीर सुबहानी तथा पुलिस महानिदेशक संजीव कुमार सिंघल एवं उत्पाद व निबंधन अपर सचिव केके पाठक अलावे कई अन्य सचिव सचिवों ने भी आंगनबाड़ी दीदियों को संबोधित किया।

समाज सुधार यात्रा में इस इलाके के बहुत सारे मंत्री और विधायक तथा जिला पदाधिकारी नहीं थे। कारण यह था कि एमएलसी चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू है। आचार संहिता का उल्लंघन ना हो इसलिए कई लोगों सरकारी अधिकारियों तथा मंत्री व सांसदों का आना नहीं हो सका।

परंतु जदयू के कार्यकर्ता व अधिकारी और आसपास के जिलों के विधायक तथा सांसद मौजूद थे। मुख्य रुप से अररिया के प्रभारी मंत्री तथा कला संस्कृति मंत्री आलोक रंजन, कटिहार के सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी, प्राणपुर कटिहार की विधायक निशा सिंह, कोढा की विधायक कविता देवी, बरारी के विधायक विजय सिंह इत्यादि प्रमुख थे।

--Advertisement--

ताज़ा खबरें

Editors Note

लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया [email protected] पर लिखें।

- Advertisement -
- Advertisement -