भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी और उसकी स्पेशल विजलेंस यूनिट की टीम ने शुक्रवार की सुबह सहरसा के जेल अधीक्षक सुरेश चौधरी के ठिकानों पर छापेमारी की है।
जेल अधीक्षक सुरेश चौधरी के ऊपर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। उनके खिलाफ मामला दर्ज करते हुए निगरानी की स्पेशल यूनिट ने छापेमारी की है। चौधरी पर आय से करीब डेढ़ करोड़ रुपए अवैध तरीके से अर्जित करने का आरोप है।
स्पेशल विजिलेंस यूनिट की निगाह काफी समय से चौधरी पर थी। यूनिट ने साक्ष्य जुटाने के बाद इन पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मुकदमा दर्ज किया और कोर्ट से अनुमति मिलते ही सुबह से सहरसा के साथ मुजफ्फरपुर के ठिकानों पर धावा बोला।
जेल सुपरीटेंडेंट सुरेश चौधरी के सहरसा और मुजफ्फरपुर स्थित दोनों ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। इसके साथ साथ में कार्यालय में भी छापेमारी चल रही है। विशेष निगरानी इकाई के एडीजी नयर हसन खान के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार इनके खिलाफ कंप्लेंट दर्ज कर न्यायालय से अनुमति प्राप्त करने के बाद आज इनके ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
जेल अधीक्षक सुरेश चौधरी के सहरसा और मुजफ्फरपुर स्थित ठिकानों पर छापेमारी जारी है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक उनके ऊपर आए से तकरीबन डेढ़ करोड़ से ज्यादा की संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। उनके सहरसा स्थित आवासीय परिसर पर सुबह है विजिलेंस की टीम पहुंच गई थी।
सुरेश चौधरी के घर यानी मुजफ्फरपुर के ब्रह्मपुरा में भी छापेमारी चल रही है। विजलेंस की दो अलग-अलग टीमें उनके आय और संपत्तियों की जांच कर रही है। इस बारे में अभी डिटेल जानकारी आनी बाकी है। हालांकि शुरुआती दौर में भारी मात्रा में रुपए बरामद हुई है।
विशेष निगरानी इकाई से मिली जानकारी के अनुसार अब तक इनके ठिकानों से कुछ कागजात बरामद हुआ है। जिस का आकलन किया जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि रेड कंप्लीट होने के बाद ही स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि उनके पास आय से कितनी अधिक धनराशि जमा है।