मई,20,2024
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Yaas Cyclone Effect: 41+ घंटों से बिजली आपूर्ति ठप

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समस्तीपुर। जिले में यास तूफान ने ओडिशा और बंगाल में तो तबाही मचाई परंतु उसकी आहट और संभावित तूफान के मद्देनजर समस्तीपुर में हवा और बारिश में भी बिजली को 41 घंटे से काटकर बिजली विभाग ने लोगों को हाहाकार करने पर मजबूर कर दिया।

बहाना यह है कि सड़क किनारे लगे पेड़ की डालियां टूटकर ना गिर जाए इसलिए एहतियातन बिजली काटी जा रही है । शहर में 4 जिले को मिलाकर एक सर्किल के हिसाब से लाखों रुपये तार फुल कवर वायर पोल इत्यादि लगाने पर खर्च किए गए थे ताकि विद्युत आपूर्ति निर्बाध रहे और जनता को और असामान्य परिस्थितियों के अलावा बिजली संकट का सामना नही करना पड़े।

परंतु यह स्थिति उलट है और सामान्य वर्षा तथा हल्की हवा से भी समस्तीपुर में बिजली को संभालना मुश्किल है। सहायक कार्यपालक अभियंता परियोजना ने बताया कि तेज बारिश में बिजली नहीं काटी जाती है, बल्कि हवा के कारण बिजली को काटा जा रहा है। देर रात से रुक रुक कर घंटे आधे घंटे में हवा थोड़ी तेज भले हो गई हो। लेकिन बिजली लगातार कटी हुई है। हवा रुकने और बारिश रोकने के बावजूद विद्युत की आपूर्ति लगातार बाधित है।इसके दर्शन को भी लोग बेचैन हो रहे।

बंगाल की खाड़ी से उठा यास चक्रवाती तूफान का असर जिले में भी दिखाई दिया।बेमौसम हुई बारिश से मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया। यास चक्रवात को लेकर बुधवार को आधी रात के बाद हवा के साथ हुई बारिश से एक ओर उमस से परेशान आम लोगों को राहत पहुंचाया तो वही दूसरी ओर शहरी से लेकर जिले भर के ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप कर दी।

विद्युत विभाग के पदाधिकारी बताते हैं कि जगह-जगह इंसुलेटर पर से बिजली तार उतरने तथा बिजली तार पर पेड़ की डाली गिरने की शिकायत मिल रही है। बिजली आपूर्ति बाधित रहने से शहर के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

ग्रामीण इलाकों में भी गड़बड़ी का खासा असर दिखा। बिजली आपूर्ति बाधित होने से सर्वाधिक प्रभाव पेयजल व्यवस्था पर पड़ा। अधिकांश घरों में पानी के लिए बिजली मोटर पंप पर आश्रित हो गए हैं। यहां तक की पीने की पानी के लिए भी अब चापाकल की जगह बिजली मोटर पर ही आश्रित हैं।

देर रात से ही बिजली आपूर्ति बाधित रहने से लोग सुबह से ही पानी के लिए परेशान रहे। जिनके घरों में टंकी में रिजर्व पानी था, उनके काम तो कुछ घंटे चलते रहे। हालांकि बाद में दोपहर होते होते अधिकांश घरों में पीने के पानी का भी संकट हो गया। बिजली आपूर्ति बाधित होने का असर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर भी पड़ा अधिकांश लोगों के घरों में इनवर्टर, लैपटॉप,मोबाइल बंद हो गए। वही कोरोना संक्रमण से संक्रमित बीमार लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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