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दिसम्बर, 27, 2025

Samastipur Railway Cleanliness: समस्तीपुर यार्ड में दुर्गंध का ‘राक्षस’, अवैध से परिचालन मुश्किल, त्राहिमाम

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Samastipur Railway Cleanliness: रेलवे परिसर में पसरी गंदगी, मानों स्वच्छ भारत अभियान को ही चुनौती दे रही हो। समस्तीपुर यार्ड में अवैध मछली और मटन दुकानों से फैल रही दुर्गंध और कचरे ने अब विकराल रूप ले लिया है, जिससे न केवल यात्रियों और रेलकर्मियों का स्वास्थ्य खतरे में है, बल्कि रेल परिचालन पर भी संकट मंडरा रहा है।

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Samastipur Railway Cleanliness: समस्तीपुर यार्ड में गंदगी का ‘राक्षस’, रेलवे ने स्थानीय प्रशासन से मांगी मदद

समस्तीपुर यार्ड क्षेत्र की चारदीवारी से सटी मछली और मटन की अवैध दुकानें इन दिनों रेलवे प्रशासन के लिए सिरदर्द बनी हुई हैं। इन दुकानों से निकलने वाला अपशिष्ट और गंदा पानी सीधे रेलवे परिसर में प्रवेश कर रहा है, जिससे यार्ड और स्टेशन क्षेत्र में अस्वच्छता की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है।

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Samastipur Railway Cleanliness: समस्तीपुर यार्ड में दुर्गंध का 'राक्षस', अवैध से परिचालन मुश्किल, त्राहिमाम

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यह स्थिति न केवल रेलवे परिसरों की स्वच्छता के लिए एक बड़ी चुनौती है, बल्कि यात्रियों, रेलकर्मियों और आसपास के क्षेत्रों के निवासियों के लिए भी गंभीर स्वास्थ्य संबंधी जोखिम पैदा कर रही है, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।

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मछली और मटन की दुकानों से रोजाना निकलने वाला कचरा, गंदा पानी और तीखी दुर्गंध रेलवे भूमि में अनियंत्रित रूप से फैल रही है। इसके परिणामस्वरूप गंदगी का अंबार लगने के साथ-साथ मक्खी, मच्छर और अन्य कीटों का प्रकोप भी तेजी से बढ़ रहा है, जो किसी भी समय महामारी का रूप ले सकता है। रेलवे का स्पष्ट मत है कि ऐसी परिस्थितियाँ सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत घातक सिद्ध हो सकती हैं, जो एक गंभीर Railway Health Hazard है।

Samastipur Railway Cleanliness: गंदगी से जूझता रेलवे परिसर और परिचालन पर असर

लगातार बढ़ती गंदगी और अपशिष्ट के जमाव के कारण रेलवे ट्रैक, स्लीपर और आसपास की संरचनाओं को भी नुकसान पहुंचने की आशंका बनी रहती है। पटरियों के किनारे जमा होने वाला यह कचरा बरसात के मौसम में जल निकासी में बड़ी बाधा उत्पन्न करता है, जिससे ट्रैक पर जलभराव की समस्या और भी गंभीर हो जाती है। यह स्थिति रेल परिचालन की सुरक्षा एवं संरक्षा के दृष्टिकोण से अत्यंत चिंताजनक है, क्योंकि इससे ट्रेन संचालन में देरी या दुर्घटना का जोखिम बढ़ सकता है।

रेलवे प्रशासन इस बात पर जोर देता है कि स्टेशन और यार्ड क्षेत्र में एक स्वच्छ, सुरक्षित और व्यवस्थित वातावरण बनाए रखना उसकी प्राथमिक जिम्मेदारी है। यात्रियों को हर हाल में स्वच्छ परिसर उपलब्ध कराना और रेल परिचालन को सुरक्षित रखना रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। बाहरी स्रोतों से फैलने वाली यह गंदगी न केवल इन महत्वपूर्ण प्रयासों को कमजोर करती है, बल्कि रेलवे की सार्वजनिक छवि पर भी प्रतिकूल असर डालती है।

समस्या समाधान की दिशा में रेलवे का आग्रह

इस गंभीर समस्या के स्थायी समाधान हेतु रेलवे की ओर से संबंधित स्थानीय प्रशासन और नगर निकायों से कड़ा आग्रह किया गया है। रेलवे प्रशासन ने बाउंड्री के समीप संचालित ऐसी अवैध दुकानों के अपशिष्ट प्रबंधन, स्वच्छता मानकों के पालन और उनके नियमन के लिए आवश्यक कदम शीघ्र उठाने की अपील की है। रेलवे प्रशासन अपने स्तर पर भी स्वच्छता बनाए रखने के लिए लगातार प्रयासरत है, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। हालांकि, इस समस्या के पूर्ण और स्थायी समाधान के लिए सभी संबंधित विभागों के समन्वित कार्रवाई की अत्यंत आवश्यकता है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

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रेलवे प्रशासन को विश्वास है कि संबंधित विभागों के सक्रिय सहयोग से इस विकट समस्या का शीघ्र समाधान निकाला जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि समस्तीपुर यार्ड और स्टेशन क्षेत्र में स्वच्छ, सुरक्षित और स्वास्थ्यकर वातावरण बहाल हो सके, जिससे यात्रियों और रेलकर्मियों को बेहतर सुविधाएँ मिल सकें, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।

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