Train Cancellation: सर्दी की चादर जब मोटी होती है और कोहरे की धुंध हर ओर पसर जाती है, तब जिंदगी की रफ्तार धीमी पड़ जाती है। सड़कों पर वाहनों की गति थमती है, तो आसमान में उड़ानों पर भी असर होता है। लेकिन सबसे ज्यादा मार पड़ती है रेल यातायात पर, जो लाखों लोगों की जीवनरेखा है। भारतीय रेलवे ने घने कोहरे और खराब दृश्यता के मद्देनजर संरक्षा को प्राथमिकता देते हुए बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाली दो महत्वपूर्ण जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन रद्द करने का निर्णय लिया है।
कोहरे की वजह से Train Cancellation: कब तक रद्द रहेंगी ट्रेनें?
समस्तीपुर रेल मंडल से मिली जानकारी के अनुसार, यह फैसला यात्रियों की सुरक्षा और सुचारु रेल परिचालन सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम होने से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है, जिसे देखते हुए रेलवे प्रशासन ने यह कदम उठाया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। रद्द की गई ट्रेनों में मुख्य रूप से सिवान-समस्तीपुर और गोरखपुर कैंट-नरकटियागंज के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं। इन ट्रेनों का विवरण और रद्द होने की अवधि इस प्रकार है:
- गाड़ी सं. 55122 सिवान-समस्तीपुर पैसेंजर – 26.12.2025 से 01.02.2026 तक।
- गाड़ी सं. 55121 समस्तीपुर-सिवान पैसेंजर – 26.12.2025 से 01.02.2026 तक।
- गाड़ी सं. 55098 गोरखपुर कैंट-नरकटियागंज पैसेंजर – 25.12.2025 से 31.01.2026 तक।
- गाड़ी सं. 55097 गोरखपुर कैंट-नरकटियागंज पैसेंजर – 26.12.2025 से 01.02.2026 तक।
इन ट्रेनों के रद्द होने से इस रूट पर रोजाना यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा। खास तौर पर उन यात्रियों के लिए यह एक बड़ी समस्या है जो नियमित रूप से इन ट्रेनों का उपयोग अपने काम या अन्य जरूरी यात्राओं के लिए करते हैं। रेलवे सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह एक आवश्यक कदम है, बावजूद इसके यात्रियों की परेशानी बढ़ेगी। कई यात्रियों ने अपनी यात्राओं की योजना पहले से बना रखी होगी, जिसमें अब उन्हें बदलाव करना होगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। रेलवे ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे यात्रा से पहले अपनी ट्रेनों की स्थिति के बारे में नवीनतम जानकारी के लिए रेलवे की हेल्पलाइन या वेबसाइट देखें। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
यात्रियों को करना होगा वैकल्पिक व्यवस्था का सहारा
इस अवधि के दौरान यात्री बसों या अन्य साधनों से यात्रा करने को मजबूर होंगे, जिससे उनके समय और धन दोनों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह निर्णय लंबी अवधि में यात्रियों की सुरक्षा के लिए है और जैसे ही मौसम में सुधार होगा, ट्रेनों का परिचालन सामान्य कर दिया जाएगा। रेलवे प्रशासन हमेशा यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है और इसी सिद्धांत पर कार्य करते हुए ऐसे कठिन निर्णय लेता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।



