Samastipur Shocking News | Woman Death Due to Lack of Water | Pani Nahi Mila Toh Maut | बिहार प्रशासन पर सवाल | प्यास लगी थी- समय पर पानी मिल जाता – समस्तीपुर में प्यास से महिला की मौत।
प्यास लगी थी… लेकिन वक्त पर पानी नहीं मिला, चली गई जान
पानी की एक बाल्टी ने ले ली जान! समस्तीपुर में महिला की मौत ने सबको झकझोरा। समय पर पानी मिलता तो जिंदा होती पत्नी – समस्तीपुर के शख्स की दर्दभरी शिकायत। “अगर पानी मिल गया होता, तो मेरी पत्नी जिंदा होती” – राम उदगार।@समस्तीपुर, देशज टाइम्स।
समस्तीपुर में दिल दहला देने वाली घटना: समय पर पानी न मिलने से महिला की मौत, पति ने प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार
समस्तीपुर जिले के पटोरी अनुमंडल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है,
जहां समय पर पानी न मिलने के कारण एक महिला की जान चली गई। घटना की तारीख: 19 मई की है। मृतका मंजू देवी, उम्र लगभग 45 वर्ष की प्यास से जान चली गई।स्थान: शाहपुर उंडी, वार्ड 20, समस्तीपुर जहां वह अपने पति राम उदगार पांडेय के साथ रहती थी।
“अगर पानी मिल गया होता, तो मेरी पत्नी जिंदा होती” – राम उदगार
जानकारी के अनुसार, महिला ने प्यास बुझाने के लिए पानी मांगा। घर की बाल्टी में छिपकली गिरी हुई थी, इसलिए वह पानी नहीं दिया जा सका। पति पड़ोसी अवधेश भगत के घर से पानी लेने गए। जब वे लौटे, तब तक मंजू देवी की मौत हो चुकी थी।
अब प्रशासन से न्याय की मांग
राम उदगार पांडेय ने एसडीओ पटोरी को लिखित शिकायत दी है। उन्होंने जांच की मांग करते हुए अनुमंडल, जिला और राज्य स्तर के अधिकारियों को आवेदन भेजा है। इसमें उन्होंने मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराया जाए। दोषियों पर कार्रवाई हो।जल संकट की समस्या का समाधान तत्काल हो।
एसडीओ ने PHED इंजीनियर को लगाई फटकार, जांच के आदेश
जानकारी मिलते ही एसडीओ विकास कुमार पांडेय ने मामले को गंभीरता से लिया। PHED के जूनियर इंजीनियर को फटकार लगाई गई। साथ ही आदेश दिया कि तत्काल जांच कर दोषियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करें।
जल संकट की गंभीरता उजागर
यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों में जल आपूर्ति की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करती है। क्या सरकारी योजनाएं सिर्फ कागजों तक सीमित हैं? पीने का पानी भी लोगों को नसीब नहीं हो रहा है। सरकार की जल जीवन मिशन योजना की ज़मीनी हकीकत पर सवाल है।