CM Nitish | Lalu Prasad Yadav | Samrat Chaudhary | Bihar Politics | नीतीश को लालू के फ्रैंड रिक्वेस्ट पर गरमाई बिहार की सियासत…Samrat Chaudhary बोले…नीतीश तय करें…उन्हें क्या चाहिए?
Bihar Politics | लालू प्रसाद ने बिहार की राजनीति को एकबारगी गरमा दिया है
लालू प्रसाद ने आज बिहार की राजनीति को एकबारगी गरमा दिया है। नीतीश कुमार से कल उनकी पांच मिनट की मुलाकात क्या हुई, आज उन्होंने मीडिया के साथ नीतीश को फिर से राजद का फ्रैंड रिक्वेस्ट भेज दिया। ऐसें में, अब बिहार की राजनीति फिर खुलकर गरमा गई है। राजद की ओर से लालू प्रसाद के इस नीतीश कुमार को फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजने पर बिहार के मौजूदा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी तिलमिला उठे हैं।
Bihar Politics | खबर की शुरूआत वहीं से जहां नीतीश राजद को छोड़ते दिखे
मगर, शुरूआत वहीं से जहां राजद यानि महागठबंधन का नीतीश कुमार साथ छोड़ते दिखे। उस दौरान से पहले नीतीश पर जरूर रोहिणी आचार्य एक्स पर हमलावर दिखीं लेकिन उस दौरान भी तेजस्वी, लालू प्रसाद, तेजप्रताप की चुप्पी के साथ कांग्रेस की खामोशी ने एकबारगी पूरे देश को झटके में सन्न कर दिया। कारण, कोई भी नीतीश पर हमलावर नहीं दिखा।
Bihar Politics | 26 जनवरी की शाम राजभवन में हुए कार्यक्रम में नीतीश कुमार तो नज़र आए
26 जनवरी की शाम राजभवन में हुए कार्यक्रम में नीतीश कुमार तो नज़र आए मगर तेजस्वी यादव की कुर्सी ख़ाली रही। नीतीश से जब पूछा गया कि तेजस्वी क्यों नहीं आए तो वो बोले- जो नहीं आया है, उनसे पूछिए। इसके दो दिन बाद जब जेडीयू-आरजेडी सरकार ख़त्म करने का एलान करने नीतीश कुमार मीडिया के सामने आए तो सबको लगा कि अब तेजस्वी से उनके मतभेद खुलकर सामने आएंगे.मगर नीतीश कुमार ने बस इतना कहा- सब ठीक नहीं चल रहा था तो हमने सरकार ख़त्म कर दी।
Bihar Politics | नीतीश कुमार तेजस्वी यादव या आरजेडी पर आक्रामक नहीं दिखे
नीतीश कुमार तेजस्वी यादव या आरजेडी पर आक्रामक नहीं दिखे। नीतीश से राहें अलग होने के बाद जब तेजस्वी यादव का बयान सामने आया, तब वो भी नीतीश कुमार का नाम लिए बिना जेडीयू पर भी बहुत आक्रामक नहीं दिखे।
Bihar Politics | कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी बिहार में नीतीश कुमार पर कुछ नहीं बोले
कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी बिहार में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के साथ दाखिल हुए तो अपने कार्यक्रम में नीतीश कुमार पर कुछ नहीं बोले। हालांकि उन्होंने बीजेपी को जमकर निशाने पर लिया। ऐसे में, सवाल यह है कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नीतीश कुमार ने आरजेडी और इंडिया गठबंधन के मद्देनज़र कांग्रेस से जो दूरियां बनाईं और जो चुप्पियां अहम नेताओं की ओर से बरती जा रही हैं, क्या इन्हीं चुप्पियों में भविष्य की सियासी संभावनाएं छिपी हुई हैं?
Bihar Politics | नीतीश कुमार के लिए एनडीए के दरवाज़े हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं
नीतीश कुमार ने जब एनडीए का साथ छोड़ा था और आरजेडी के साथ सरकार में आ गए थे तब बीजेपी उन पर हमलावर रही थी। अमित शाह ने कहा था, नीतीश कुमार के लिए एनडीए के दरवाज़े हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं। बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा था कि जब तक वो नीतीश कुमार को सत्ता से बाहर नहीं कर देंगे, तब तक पगड़ी नहीं खोलेंगे।
Bihar Politics | अब सम्राट चौधरी ने पगड़ी पहने हुए नीतीश कुमार के साथ मंत्री पद की शपथ ली
अब सम्राट चौधरी ने पगड़ी पहने हुए नीतीश कुमार के साथ मंत्री पद की शपथ ली और डिप्टी सीएम बनकर नीतीश के साथ सरकार में हैं। नीतीश कुमार ने भी कहा था कि मर जाएंगे, मगर बीजेपी में लौटना पसंद नहीं करेंगे। इससे ठीक विपरीत नीतीश कुमार ने हाल ही में जब पाला बदला तो राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने नीतीश पर वैसी आक्रामकता नहीं बरती, जैसी बीजेपी ने 2022 में बरती थी।
Bihar Politics | पाला बदलने पर तेजस्वी खुलकर नीतीश का नाम लिए बगैर ही आक्रामक नज़र आए
तेजस्वी यादव जेडीयू पर बोले, अभी तो खेल शुरू हुआ है, खेल अभी बाक़ी है। मैं जो कहता हूं वो करता हूं, आप लिख कर ले लीजिए जनता दल यूनाइटेड 2024 में खत्म हो जाएगी। एक थके हुए मुख्यमंत्री से हमने काम करवाया। तेजस्वी अपने बयान में उपलब्धियों को गिनाते और बीजेपी-जेडीयू की अतीत की सरकार पर हमला बोलते दिखे। पाला बदलने पर तेजस्वी खुलकर नीतीश का नाम लिए बगैर ही आक्रामक नज़र आए। तय है, आरजेडी और कांग्रेस थोड़ा शालीन हैं. कम से कम तेजस्वी यादव शालीन हैं कि उन्होंने नीतीश पर हमला करके अपमानित करने की कोशिश नहीं की है।
Bihar Politics | मगर, आज जब लालू प्रसाद ने खुला फ्रैंड रिक्वेस्ट वाला ऑफर नीतीश कुमार को दिया
मगर, आज जब लालू प्रसाद ने खुला ऑफर नीतीश कुमार को दिया। कहा, उनके लिए राजद और महागठबंधन के दरवाजे हमेशा खुले हैं और रहेंगे तो फिर उसके बाद से बिहार की राजनीतिक सरगर्मी काफी बढ़ गई है। ऐसे में इस बढ़ती हुई सरगर्मी और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने और गर्म कर दी है। सम्राट ने कहा है कि यह नीतीश कुमार जी को तय करना है कि उन्हें भाजपा के साथ रहना है या राजद के साथ। उनके आलावा इसे तय करने की जवाबदेही किसी दूसरे की नहीं हो सकती है।
Bihar Politics | यह तो नीतीश कुमार जी को तय करना है कि उन्हें भाजपा के साथ रहना है या राजद के साथ
सम्राट चौधरी राजधानी दिल्ली में भाजपा केंद्रीय टीम की ओर से बुलाई गई एक बैठक में शामिल होने जाने के दौरान पटना एअरपोर्ट पर सवाल का जवाब देते कहा कि यह तो नीतीश कुमार जी को तय करना है कि उन्हें भाजपा के साथ रहना है या राजद के साथ। यह चीज़ लालू जी तो नहीं तय कर सकते हैं। यह नीतीश बाबू को तय करना है कि भाजपा के साथ गठबंधन में रहना है या राष्ट्रीय जनता दल के साथ। यह लालू जी को तय नहीं करना है कि नीतीश कुमार किस गठबंधन के साथ रहेंगे। नीतीश बाबू ने अपनी सारी बातें रख दी है, जनता के बीच साफ़ संदेश जा चुका है तो फिर इसमें लालू जी को क्या तय करना है।
Bihar Politics | हकीकत तो यह है कि लालू जी यह जान चुके हैं कि
हकीकत तो यह है कि लालू जी यह जान चुके हैं कि अब हमारा खाता नहीं खुलने वाला है, इसलिए कुछ भी बोले जा रहे हैं। उधर, तेजस्वी और राहुल गांधी के एक साथ जीप पर बैठने के सवाल पर सम्राट ने कहा कि स्वाभाविक है दो भ्रष्टाचार के प्रतीक एक साथ हैं। एक बिहार की जनता को लूटने वाला है। दूसरा देश को लूटने वाला हैं और आज दोनों एक साथ है। नीतीश कुमार ने 18 वर्षों में बिहार के विकास के लिए काम किया है और आगे भी करेंगे।