बिहार के सासाराम में पुलिस और कुछ युवकों के बीच हुई झड़प में एक शख्स की मौत हो गई, जिसके बाद शहर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। घटना सासाराम के नगर थाना इलाके के राम जानकी मंदिर के पास की है, जहां रात में पार्टी कर रहे युवकों और ट्रैफिक डीएसपी के बीच मारपीट हो गई थी। बाद में इस झड़प के दौरान फायरिंग की घटना में एक युवक की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए।
घटना की जानकारी:
- घटना के समय, कुछ युवक पार्टी कर रहे थे, जब यातायात डीएसपी मो. आदिल बिलाल अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे।
- डीएसपी ने युवकों से पार्टी को लेकर सवाल पूछने शुरू किए, जिससे विवाद बढ़ गया।
- इसके बाद डीएसपी ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से फायरिंग कर दी। उन्होंने कुल छह फायर किए, जिनमें से एक गोली ओम प्रकाश के सीने में लगी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
- दो अन्य लोग भी घायल हुए हैं, जिनमें से एक को हाथ में और दूसरे को माथे पर गोली लगी।
परिजनों का आरोप:
- ओम प्रकाश के परिजनों का आरोप है कि डीएसपी मो. आदिल बिलाल ने ही गोली चलाई थी।
- मृतक के भाई राहुल रंजन ने लिखित शिकायत में कहा कि डीएसपी ने शराबबंदी के तहत वसूली करने के लिए पार्टी में हस्तक्षेप किया। पैसे न मिलने पर उन्होंने फायरिंग की और एक व्यक्ति की जान ले ली।
- इसके अलावा, परिजनों ने आरोप लगाया कि डीएसपी ने सभी को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी थी।
डीएसपी मो. आदिल बिलाल की पृष्ठभूमि:
- मो. आदिल बिलाल इस साल जनवरी 2024 में रोहतास के पहले ट्रैफिक डीएसपी के रूप में नियुक्त हुए थे।
- उनका मूल निवासी दरभंगा है, और उन्होंने बीआईटी मेसरा से एमटेक और जामिया मिलिया इस्लामिया से बीटेक की पढ़ाई की थी।
- आदिल ने 64वीं बीपीएससी परीक्षा में 22वीं रैंक हासिल की थी और पुलिस सेवा में डीएसपी के तौर पर चयनित हुए थे।
- यह उनकी पहली तैनाती थी, और इस दौरान वे हत्या के मामले में आरोपी बन गए हैं।
जांच की प्रक्रिया:
- एसपी ने जांच का आदेश दिया है, और सासाराम नगर थाना में इस मामले में शिकायत दर्ज की गई है।
- फिलहाल, पुलिस डीएसपी मो. आदिल बिलाल और उनके साथियों से पूछताछ कर रही है।
यह घटना सासाराम में सांप्रदायिक तनाव का कारण बन सकती है, और स्थानीय प्रशासन ने इस मामले को लेकर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।