Bangladesh Hindu violence: सासाराम देशज टाइम्स। जब आस्था पर संकट गहराता है और इंसानियत लहूलुहान होती है, तब न्याय की मशाल लेकर लोग सड़कों पर उतर आते हैं। सासाराम की सड़कों पर आज यही आक्रोश दिखा, जब हजारों की संख्या में लोगों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
Bangladesh Hindu violence: बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ सासाराम में उफनता जनसैलाब, UN से दखल की मांग
Bangladesh Hindu violence: सड़कों पर दिखा जनाक्रोश, यूनुस का पुतला जलाया
सासाराम में मंगलवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के तत्वावधान में हजारों कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं के विरुद्ध हो रही अमानवीय हिंसा के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का गुस्सा इतना अधिक था कि उन्होंने बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्र प्रमुख मोहम्मद यूनुस के पुतले को रस्सी से बांधकर पूरे शहर की सड़कों पर घसीटा। यह विरोध मार्च रोजा रोड से प्रारंभ होकर नगर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ मुख्य पोस्ट ऑफिस चौराहे पर समाप्त हुआ।
पोस्ट ऑफिस चौराहे पर पहुँचकर प्रदर्शनकारियों ने मोहम्मद यूनुस के पुतले में आग लगाकर अपना तीव्र विरोध दर्ज कराया। इस ऐतिहासिक प्रदर्शन में सासाराम के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद भी अपने हजारों समर्थकों के साथ शामिल हुए। उन्होंने केंद्र सरकार से तुरंत अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर बांग्लादेश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की मांग की, ताकि वहाँ रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह अत्यंत चिंताजनक है कि इस तरह का मानवाधिकार उल्लंघन खुलेआम हो रहा है, और इस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
प्रशासन रहा अलर्ट, शांतिपूर्ण लेकिन उग्र रहा प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों की विशाल भीड़ और बढ़ते आक्रोश को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर रहा। शहर के प्रत्येक मुख्य मोड़ और संवेदनशील इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस के जवान चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रहे। प्रशासन की कड़ी निगरानी के बीच यह अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से लेकिन बेहद उग्र तरीके से संपन्न हुआ। विरोध मार्च के दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की, ‘बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार बंद करो!’ जैसे नारे गूंजते रहे।
कार्यकर्ताओं का कहना था कि बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ अमानवीय अत्याचार हो रहे हैं, उनकी हत्या कर उन्हें जलाया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट किया कि भारत के हिंदू अपने भाइयों पर हो रहे इस मानवाधिकार उल्लंघन को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने भारत सरकार से अपील की कि कूटनीतिक और अंतर्राष्ट्रीय दबाव बनाकर इस हिंसा को तुरंत रुकवाया जाए। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “बांग्लादेश की स्थिति भयावह और चिंताजनक है। हिंदुओं को निशाना बनाया जाना मानवता के खिलाफ एक जघन्य अपराध है।” उन्होंने आगे कहा कि “सासाराम की सड़कों पर आज जो आक्रोश और एकता दिखी है, वह पूरे देश की भावना का प्रतिबिंब है। यह केवल एक स्थानीय प्रदर्शन नहीं, बल्कि एक राष्ट्रव्यापी पुकार है।” उन्होंने मांग की कि इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़कर वैश्विक स्तर पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए। यह समय है जब वैश्विक समुदाय को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और पीड़ितों को न्याय दिलाना चाहिए। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।



