सीवान (Siwan) | हुसैनगंज (Husainganj) में रहने वाले रामप्रवेश पंडित (Rampravesh Pandit) के बेटे परमेश्वर पंडित (Parmeshwar Pandit) के मिलने की खबर से परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। चार साल पहले लापता हुए युवक का कोई पता नहीं चलने पर परिवार ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया था, लेकिन अब वह प्रयागराज (Prayagraj) में कुंभ मेले (Kumbh Mela) के दौरान भीख मांगते मिला।
Miracle in Maha Kumbh 2025: व्हीलचेयर पर मिला युवक, गांव वालों ने पहचाना
कुछ दिन पहले हुसैनगंज (Husainganj) से कुछ लोग प्रयागराज कुंभ (Prayagraj Kumbh) में स्नान के लिए गए थे। स्नान के बाद जब वे लौट रहे थे, तभी एक युवक ने उन्हें देखकर पहचान लिया और उनके पैर पकड़ लिए। जब गांव वालों ने गौर से देखा, तो वह कोई और नहीं बल्कि गायब हुआ परमेश्वर पंडित था।
परमेश्वर जन्म से ही गूंगा और विकलांग था, इसलिए वह न चल सकता था और न बोल सकता था।
Miracle in Maha Kumbh 2025: भीख मंगवाने वाले गिरोह का खुलासा
परमेश्वर ने इशारों में बताया कि उसे भीख मंगवाने वाले गिरोह (Begging Mafia) ने पकड़ लिया था। जब उसने गांव के लोगों को पहचाना और उनसे मिलने की कोशिश की, तो गिरोह का सरगना उसे जबरदस्ती खींचकर ले जाने लगा।
मानव तस्करी (Human Trafficking) से जुड़े गिरोह कई गूंगे, बहरे, विकलांग और कमजोर लोगों को अगवा कर उनसे भीख मंगवाते हैं।
घटना की सूचना मिलते ही प्रयागराज पुलिस (Prayagraj Police) मौके पर पहुंची और मामले को सुलझाने के लिए सभी को थाने ले गई।
Miracle in Maha Kumbh 2025: पुलिस ने दस्तावेजों की जांच के बाद छोड़ा
परमेश्वर के परिवार ने आधार कार्ड (Aadhaar Card) और अन्य दस्तावेज भेजे, जिससे उसकी पहचान की पुष्टि हुई। इसके बाद पुलिस ने बॉन्ड भरवाकर परमेश्वर को गांव वालों के साथ घर भेज दिया।
पुलिस की कार्रवाई के बाद भीख मंगवाने वाला गिरोह का सरगना मौके से फरार हो गया।
Miracle in Maha Kumbh 2025: मां ने किया श्राद्ध, अब जीवित देख छलके आंसू
परमेश्वर की मां रेखा देवी (Rekha Devi) ने बताया कि बहुत खोजबीन के बाद भी जब उसका पता नहीं चला, तो दिसंबर 2024 में उसका श्राद्ध कर दिया गया था।
घर में पहले ही आर्थिक तंगी थी, पिता की मौत के बाद मां मजदूरी करके परिवार चला रही थीं। परमेश्वर का बड़ा भाई भी एक पैर से विकलांग है।
Miracle in Maha Kumbh 2025: परमेश्वर की गुमशुदगी की कहानी
- 2020 के छठ (Chhath Puja) पर आखिरी बार घर से निकला था
- शहर में लोगों से खाने के लिए पैसे मांगता था, फिर घर लौटता था
- गिरोह ने अगवा किया, जबरदस्ती भीख मंगवाई
- मना करने पर मारपीट और भूखा रखा जाता था
- चार साल बाद कुंभ में गांव वालों से मिला, पुलिस की मदद से घर लौटा
Miracle in Maha Kumbh 2025: मानव तस्करी गिरोह पर सख्त कार्रवाई की जरूरत
इस घटना से मानव तस्करी (Human Trafficking) से जुड़े गिरोहों की गंभीरता सामने आई है। सरकार और पुलिस को ऐसे गिरोहों पर सख्त कार्रवाई करनी होगी, ताकि कोई और परिवार इस पीड़ा से न गुजरे।
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