पटना में प्रदेश जदयू कार्यालय पर गुरुवार को जो दिखा उससे साफ हो गया कि पार्टी के भीतर भयंकर गुटबाजी और आपसी सिरफुटव्वल है। 27 नवंबर को जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव है। इससे पहले कार्यकर्ताओं का यूं गुस्साना बहुत कुछ कहता है। वह भी तब जब मामला धांधली तक पहुंच जाए।
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कार्यकर्ता धांधली का आरोप लगाते हंगामा कर रहे हैं। धरना पर बैठ गए हैं। कार्यालय गेट पर यह सभी कार्यकर्ता बक्सर से आए हैं। दर्जनों की संख्या में हैं। इनका कहना है कि उन्होंने जिसे जिलाध्यक्ष में रूप में चुना और जिसकी जीत हुई उसके नाम से चिट्ठी आई ही नहीं और पद पर किसी और के नाम से दे दिया गया।
इससे नाराज कार्यकर्ता जेडीयू प्रदेश कार्यालय पर धरने पर बैठ गए हैं। नीतीश कुमार और ललन सिंह से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। इनका कहना है हमें विश्वास है कि नीतीश कुमार और ललन सिंह के यहां से न्याय होगा जो गलत नाम जारी किया गया है उसको सही तरीके से किया जाएगा।
बक्सर से आए जदयू कार्यकर्ता ने कहा कि यहां जिलाध्यक्ष के चुनाव में धांधली हुई है। वहां जिलाध्यक्ष किसी और को चुना गया, जबकि नाम किसी और का भेजा गया। निर्वाची पदाधिकारियों का कहना है कि ऐसे व्यक्ति को जिलाध्यक्ष बना दिया गया, जो कि पूरे चुनाव में कही भी नजर नहीं आ रहा था।
जिले के सभी 13 प्रखंडों अध्यक्ष के साथ पटना पार्टी कार्यालय में धरने पर बैठे अशोक कुमार सिंह ने बताया कि चुनावी प्रक्रिया के तहत मेरा चयन किया गया था। जिसका पूरा साक्ष्य भी है, लेकिन चुनाव के पर्यवेक्षक और निर्वाची पदाधिकारी ने गड़बड़ी करते हुए जिलाध्यक्ष के लिए राजकुमार शर्मा का नाम घोषित कर दिया गया।
कार्यकर्ताओं का कहना है कि बक्सर जिले से अशोक सिंह को जीत दिलाई थी। उन्होंने ही नामांकन किया था और निर्विरोध चुने गए थे लेकिन आधिकारिक रूप से राजकुमार शर्मा का नाम सामने आया है। जब तक कोई वरीय पदाधिकारी इस मामले पर बात नहीं करेगा वे धरना पर ही बैठे रहेंगे। कार्यकर्ताओं का कहना था कि जिस तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में बिहार के लोगों को न्याय मिला है उसी तरह उन लोगों को भी न्याय चाहिए।
धरने पर बैठे अशोक कुमार सिंह हमलोग आज इसलिए राज्य के मुख्यालय पहुंचे हैं कि आखिर कैसे पार्टी कार्यकर्ताओं की इच्छा हत्या की गई है। उन्होंने बताया कि ऐसे व्यक्ति, जो चुनाव में भाग नहीं लेता है, किसी प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेता है। उसे अचानक पार्टी का जिलाध्यक्ष घोषित कर दी गई। ऐसे में जिले के कार्यकर्ताओं को न्याय मांगने के लिए पहुंचे हैं।
वहीं,करीब दो घंटे तक धरना के बाद जेडीयू के राज्य निर्वाचन पदाधिकारी जनार्दन सिंह सहित चुनाव कराने वाले अन्य लोग पहुंचे। जनार्दन सिंह ने आश्वासन दिया कि हम लोग देखते हैं कि कहां से गलती हुई है। जल्द ही इस पर जांच करने जा रहे हैं, जिसने भी गलती की है उसपर कार्रवाई करेंगे। आश्वासन के बाद कार्यकर्ता धरना से हटे।