खगड़िया से एक बड़ी खबर है। यहां डॉक्टरों ने बेशर्मी की अति कर दी। महिलाएं चिखती रहीं और उनका ऑपरेशन होता रहा। महिलाओं को बिना बेहोश किए ही नसबंदी कर दी गई।
जानकारी के अनुसार, जिले के अलौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बड़ी लापरवाही हुई है। यहां परिवार नियोजन कराने आई कई महिलाओं को बिना बेहोशी का इंजेक्शन दिए जबरन हाथ-पैर बांधकर ऑपरेशन कर दिया गया। यहां के दो सरकारी अस्पतालों में बिना बेहोश किए करीब 24 महिलाओं की नसबंदी कर दी गई।
डॉक्टरों को पता था कि बिना लोकल एनेस्थीसिया लगाए सर्जरी करने पर उन्हें भयानक दर्द होगा लेकिन ऑपरेशन से पहले उन्होंने बेहोशी का इंजेक्शन नहीं लगाया। सर्जरी के दौरान ऑपरेशन टेबल पर महिलाएं होश में रहीं और दर्द से तड़पती रहीं। इस सर्जरी में डॉक्टरों की घोर लापरवाही उजागर हुई है।
महिलाएं रोती-चिल्लाती रही, लेकिन उसका हाथ-पैर पकड़कर ऑपरेशन कर दिया गया। महिलाओं का आरोप है कि स्वास्थ्य कर्मियों ने जबरन हाथ, पैर पकड़कर और मुंह बंद करके ऑपरेशन किया। इस दौरान वह चीखती-चिल्लाती रही है। पढ़िए पूरी खबर
अलौली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की तो यहां बंध्याकरण के लिए पहुंची महिलाओं को बिना बेहोशी के सुई दिए बिना ही ऑपरेशन कर दिया गया। महिलाओं की माने तो वह ऑपरेशन के समय दर्द से कराहती रही और चिल्लाती रही। लेकिन न तो डाक्टर न हीं वहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मी उसकी एक बात सुनी और जबरदस्ती सभी आपरेशन थियेटर में ले जाकर उसका आपरेशन कर दिया गया। रोंगटे खङा कर देने वाले लापरवाही के बावजूद डाॅक्टर ने बिना बेहोशी के सुई दिए ही ऑपरेशन कर दिया।
बताया जाता है कि ग्लोबल डेवलपमेंट इनीटीवेट नाम की प्राइवेट एजेंसी ने इन महिलाओं का ऑपरेशन कराया है. बता दें कि इसी महीने जिले के परबत्ता प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी इसी तरह की लापरवाही सामने आई थी।