Bihar Politics | राजद ने गाया…मेहबूब मेरे, मेहबूब मेरे…RJD की अब लालटेन जलाएंगें Mehboob Ali Kaiser जहां Mehboob Ali Kaiser खगड़िया के निवर्तमान सांसद हैं। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे चुके हैं। फिलहाल, अब महबूब अली कैसर राजद में आ गए हैं। लालटेन जलाएंगें। जहां…,
Mehboob Ali Kaiser Joins RJD| कांग्रेस छोड़कर 2014 में लोजपा का दामन थामा था
कैसर ने कांग्रेस छोड़कर 2014 में लोजपा का दामन थामा था। तब लोजपा ने उन्हें खगड़िया लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था। कैसर ने 2014 का चुनाव भी जीता। 2019 का भी चुनाव जीता। लेकिन, 2024 में चिराग पासवान ने उन्हें बेटिकट कर दिया। अब कैसर ने राजद का दामन थाम लिया है।
Mehboob Ali Kaiser Joins RJD| अब पाला बदलकर आरजेडी की सदस्यता ग्रहण कर ली है
राष्ट्रीय लोक दल के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने पहले ही इसकी जानकारी दे दी थी। महबूब ने कुछ दिन पहले ही पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी से इस्तीफा दिया था। इसके बाद वह चिराग पासवान से मिले थे और उनके चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन उन्होंने अब पाला बदलकर आरजेडी की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
Mehboob Ali Kaiser Joins RJD| यह रहा है राजनीतिक जीवन…हिस्सा, अगुवाई और समर्थन
चौधरी महबूब अली कैसर राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के हिस्सा थे। रामविलास पासवान की यह पार्टी उनके निधन के बाद 2021 में टूट गई। रामविलास के छोटे भाई पशुपति ने राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी बनाई और पार्टी का दूसरा हिस्सा रामविलास के बेटे चिराग के पास गया, जिन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का गठन किया। 2021 में महबूब अली कैसर पशुपति के गुट में थे। नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली एनडीए सरकार का समर्थन किया।
Mehboob Ali Kaiser Joins RJD| महबूब अली कैसर बिहार की राजनीति में पुराना नाम
महबूब अली कैसर बिहार की राजनीति में पुराना नाम हो चुके हैं। वे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। लेकिन कांग्रेस में अपना भविष्य नहीं देख पाने के कारण कैसर ने रामविलास पासवान का साथ अपना लिया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में कैसर को जीत मिली। 2019 में भी यह जीत का सिलसिला जारी रहा। लेकिन पशुपति पारस के साथ चिराग पासवान के खिलाफ हुए कैसर को 2024 में टिकट नहीं मिला।
Mehboob Ali Kaiser Joins RJD| बगावत में,इन पांच में चिराग के चाचा और चचेरे भाई के साथ कैसर भी शामिल थे
चिराग पासवान से उनकी पार्टी के पांच सांसदों ने बगावत की थी। इन पांच में चिराग के चाचा और चचेरे भाई के साथ कैसर भी शामिल थे। वीणा सिंह के अलावा चिराग ने किसी को माफ नहीं किया और इस चुनाव में किसी को एनडीए से टिकट नहीं लेने दिया। महबूब अली कैसर से चिराग पासवान ने भागलपुर के पूर्व डिप्टी मेयर राजेश वर्मा को टिकट दिया है। हालांकि कैसर आखिरी वक्त तक चिराग के साथ दिखे और टिकट का प्रयास करते लेकिन चिराग नहीं माने।
Mehboob Ali Kaiser Joins RJD| महबूब के बेटे युसुफ सलाउद्दीन पहले से ही आरजेडी के हिस्सा हैं
2024 लोकसभा चुनाव से पहले टिकट का बंटवारा हुआ तो बीजेपी ने चिराग पासवान के गुट वाले दल को सभी सीटें दे दीं। पशुपति के गुट को कोई सीट नहीं मिली तो महबूब अली ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। चिराग पासवान से बात कर खगड़िया से टिकट तलाशने लगे। चिराग ने इस सीट पर राजेश वर्मा को टिकट दे दिया तो अब महबूब ने आएलडी में शामिल होने का फैसला किया। महबूब के बेटे युसुफ सलाउद्दीन पहले से ही आरजेडी का हिस्सा हैं। हालांकि, कैसर को खगड़िया से टिकट मिलने की संभावना अभी भी नहीं है, क्योंकि आरजेडी ने यह सीट अपने सहयोगी दल सीपीएम को दी है। सीपीएम ने संजय कुमार को यहां से टिकट दिया है।