आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों को देखते हुए भाजपा संगठन को मजबूत करने में लगी है। इसी क्रम में बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सुनील ओझा को बिहार का सह प्रभारी नियुक्त किया है।
नीतीश कुमार के अलग हो जाने के बाद अब भाजपा राज्य में अपने आप को पूरी तरह से मजबूत करने पर ज्यादा ध्यान दे रही है। ताकि, 2024 के लोक सभा चुनाव में महागठबंधन को हराया जा सके।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सुनील ओझा को बिहार प्रदेश भाजपा का नया सह प्रभारी नियुक्त किया है। ओझा अभी तक उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी के रूप में कार्य कर रहे थे।
जानकारी के अनुसार, भाजपा के वरिष्ठ नेता सुनील ओझा का उत्तर प्रदेश से बिहार ट्रांसफर हो गया है। सुनील ओझा अभी तक यूपी के सह प्रभारी थे अब उन्हें बिहार में पार्टी का सह प्रभारी बनाया गया है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ये नियुक्ति की है।
सुनील ओझा मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। और, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी नेताओं में से एक माने जाते हैं।सुनील ओझा को बिहार का सह प्रभारी बनाने के फैसले को अहम माना जा रहा है। इसके बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी अरूण सिंह ने इस संगठनात्मक नियुक्ति एवं फेरबदल को लेकर आधिकारिक पत्र जारी करते हुए कहा कि सुनील ओझा की यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी।
सुनील ओझा पिछले दिनों गड़ौली धाम आश्रम को लेकर चर्चाओं में थे। मिर्जापुर में गंगा नदी के किनारे गड़ौली धाम आश्रम का निर्माण किया जा रहा है। इसके बारे में चर्चा थी कि ये सुनील ओझा की देखरेख में बन रहा है।
मामले ने तूल तब पकड़ी जब यह खबर आई कि गड़ौली धाम आश्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं के जाने पर रोक लगा दी गई। सवाल उठने लगे कि आखिर भाजपा के प्रदेश सहप्रभारी होने के बाद भी ऐसा फैसला क्यों लिया गया।
जानकारी के अनुसार, सुनील ओझा को भाजपा आलाकमान का करीबी माना जाता है। और, उनकी संगठनात्मक क्षमता एवं बेहतर चुनावी रणनीति बनाने में माहिर होने की वजह से ही पार्टी ने उन्हें बिहार की जिम्मेदारी दी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में पीएमओ का कार्य देखने के कारण सुनील ओझा को प्रधानमंत्री के खास लोगों में माना जाता है। वे अब उत्तर प्रदेश की भांति ही बिहार में पार्टी को सशक्त करने की दिशा में काम करेंगे। मूल रूप से गुजरात के रहने वाले सुनील ओझा इससे पूर्व यूपी में भाजपा प्रदेश सह प्रभारी के पद पर कार्यरत थे।