सुपौल जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। जिंदगी की तलाश में मौत के पास…| HomeGuard बनने के लिए लगाई दौड़, गिरा, अंत-गई-जान |
होमगार्ड भर्ती की तैयारी कर रहे एक युवक की दौड़ के दौरान अचानक मौत हो गई। इस घटना ने न केवल मृतक के परिवार, बल्कि पूरे इलाके को गहरे सदमे में डाल दिया है।
दौड़ के दौरान गिरा, अस्पताल ले जाते समय मौत
घटना नगर परिषद सुपौल के बीम टोला वार्ड संख्या 27 की है। मृतक युवक सोनू कुमार, उम्र 30 वर्ष, स्वर्गीय महेश्वरी ठाकुर का पुत्र था। वह पिछले 15 दिनों से एक निजी अकादमी में नियमित रूप से प्रशिक्षण ले रहा था और हर सुबह आउटडोर स्टेडियम में दौड़ का अभ्यास करता था।
गुरुवार सुबह भी वह तय समय पर स्टेडियम पहुंचा। पहले राउंड तक सब कुछ सामान्य था, लेकिन दूसरे राउंड में अचानक सोनू बेहोश होकर गिर पड़ा। साथी युवकों ने तुरंत उसे अस्पताल ले जाने का प्रयास किया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
गांव में पसरा मातम, परिवार सदमे में
सोनू कुमार का पार्थिव शरीर जब घर पहुंचा तो पूरा मोहल्ला शोक में डूब गया। परिजन रो-रोकर बेहाल हैं। गांव के लोग सोनू को एक मेहनती और लक्ष्य के प्रति समर्पित युवक के रूप में जानते थे। उसका सपना था कि वह होमगार्ड बनकर देश की सेवा करे और परिवार का सहारा बने, लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था।
स्वास्थ्य जांच की अनदेखी पर उठे सवाल
इस हादसे के बाद फिर से यह सवाल उठने लगे हैं कि शारीरिक परीक्षा की तैयारी से पहले युवाओं की स्वास्थ्य जांच कराना कितना जरूरी है। संभव है कि सोनू पहले से किसी स्वास्थ्य संबंधी समस्या से जूझ रहा हो, जो दौड़ के दौरान गंभीर बन गई।
सपना अधूरा, लेकिन सबक जरूरी
सोनू का सपना तो अधूरा रह गया, लेकिन उसकी दुखद मौत समाज के लिए एक बड़ी चेतावनी है। युवाओं को शारीरिक तैयारी के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य पर भी पूरा ध्यान देना चाहिए। वहीं, प्रशासन को भी चाहिए कि भर्ती प्रक्रिया में प्रारंभिक स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य करे, ताकि भविष्य में इस तरह की दर्दनाक घटनाओं से बचा जा सके।