गया से मधुबनी के लिए बड़ी खबर है, जहां जिले के इमामगंज प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी और मधुबनी जिले के ककरौल थाना क्षेत्र के फुहरी गांव के रहने वाले रामसेवक राम की संदिग्ध मौत हो गई है। मौत में मर्डर की भी है और सुसाइड की लोच भी। लेकिन, घर अंदर से बंद था फिर पैर में रस्सी और मुंह से निकलता खून कई बातों की ओर इशारा कर रहा है।
घटना के बाद इलाके में हड़कंप है। पुलिस लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले की जांच चल रही है। वहीं, परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई।
घर में कोहराम मचा है। वहीं, इस मौत के सस्पेंश से अभी तक पर्दा नहीं उठ पाया है कि आखिर उनके पैर में रस्सी कैसी बंधी हुई थी।
इमामगंज थाने की पुलिस जब मौके पर पहुंची तो कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो पुलिस और साथ में मौजूद शिक्षकों ने देखा कि वह मृतक हाल में पड़े हुए थे। उनके एक पैर में रस्सी बंधी हुई थी। वहीं नाक और मुंह से काफी खून निकला हुआ था।
जानकारी के मुताबिक, रविवार की सुबह इमामगंज प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामसेवक राम के परिजन उन्हें फोन लगा रहे थे, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना प्रखंड के शिक्षकों को दी।
वह किराए के मकान में रह रहे थे। उनके परिजनों ने रविवार की सुबह रामसेवक राम के मोबाइल पर कई बार कॉल कर बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
जानकारी के बाद प्रखंड के शिक्षक रामसेवक राम के कमरे के पास पहुंचे। जब उन्होंने कमरे का दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इसके बाद शिक्षकों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। कमरे का जब दरवाजे तोड़ा गया तो रामसेवक राम का शव कमरे में खून से लथपथ अवस्था में बेड के नीचे से मिला। बेड के नीचे पड़े शव के पैरों में रस्सी बंधी हुई थी।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हालांकि मौत की वजह क्या है यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है।
शिक्षा पदाधिकारी राम सेवक राम मूल रुप से मधुबनी जिले के रहिका-ककरौल थाना क्षेत्र के फुहरी गांव के रहने वाले थे। वह इमामगंज प्रखंड क्षेत्र में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के रूप में तकरीबन तीन सालों से पदस्थापित थे।