7 साल बाद बड़हरा हाल्ट पहुंची ट्रेन लोगों में खुशी
झंझारपुर, मधुबनी देशज टाइम्स। झंझारपुर लौकहा रेलखंड पर पिछले छह वर्षों से आमान परिवर्तन का कार्य चल रहा है, जो छह साल बाद अब धरातल पर दिखना शुरू हो गया है। 42 किलोमीटर में तीन चरणों में कार्य पूरा कर लौकहा तक ट्रेन परिचालन को लेकर रेल महकमा सजग रूप से कार्य (Train will reach Laukaha next month) कर रही है।
प्रथम चरण में झंझारपुर से महरैल (7 किमी) का कार्य पूर्ण कर 22 फरवरी 2023 को ही सीआरएस निरीक्षण पूरा हो चुका है जिसपर दरभंगा से महरैल के बीच ट्रेन चलाने को लेकर रेलवे बोर्ड में 2 जोड़ी ट्रेन का प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है।
द्वितीय चरण में महरैल से खुटौना के बीच आमान परिवर्तन कार्य काफी जोरो से चल रहा है। जिसमे महरैल से चंदेश्वरस्थान हाल्ट तक ट्रेन पहली बार 17 जुलाई 2023 को पहुंची थी जिसके बाद क्षेत्र के लोगों के बीच धीरे धीरे उम्मीदें जगने लगी की अब कही इस रेलखंड पर ट्रेन परिचालन का सपना साकार होगा।
इसी कड़ी में चंदेश्वरस्थान हाल्ट से वाचस्पतिनगर (अंधराठाढ़ी) 18 अगस्त 2023 को पहली बार छह साल बाद ट्रेन लाइट इंजन का सफल ट्रायल किया गया और इसी के साथ लगभग झंझारपुर लौकहा रेलखंड पर 20 किमी तक आमान परिवर्तन का कार्य पूर्ण हुआ। महरैल में समस्तीपुर डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा की तैयारी चल रही है दिसम्बर 2023 तक लौकहा तक मालगाड़ी पहुंच जाए रेलवे पूरी कोशिश कर रही है।
छह साल छह माह बाद बड़हरा पहुंची ट्रेन :सांसद रामप्रीत मंडल और डीआरएम विनय श्रीवास्तव के बीच हुई बातचीत के दौरान श्री मंडल ने कहा कि इलेक्शन पूर्व खुटौना तक ट्रेन चले जिस पर डीआरएम विनय श्रीवास्तव का भी सकारात्मक रुख था।
इसी कड़ी में द्वितीय चरण में तेजी से आमान परिवर्तन का कार्य चल रहा है जहा छह साल छह माह बाद पहली बार 19 नवंबर 2023 को बड़हरा हाल्ट तक ट्रेन पहुंची है, अब इस माह के अंत में सरदार वल्लभ भाई पटेल हाल्ट, ट्रेन पहुंचाने की तैयारी की जा रही है, उम्मीद है दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में खुटौना ट्रेन पहुंच जाएगी।
पूर्ण होगा द्वितीय चरण का काम : जानकारी के अनुसार महरैल से खुटौना तक (23 किमी) ट्रेन पहुंचने के बाद द्वितीय चरण का कार्य पूर्ण होगा। खुटौना से महरैल के बीच जनवरी 2024 में सीआरएस की उम्मीद है। खुटौना के बाद लौकहा तक तीसरे चरण में आमान परिवर्तन का कार्य किया जायेगा जिसका अंतिम लक्ष्य मार्च 2024 रखा गया है।