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24 नवम्बर, 2024
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Madhubani News | सेवा पुस्तिका संधारण में लेन-देन, krp की Video Viral, बैठ गईं जांच

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Madhubani News | सेवा पुस्तिका संधारण में लेन-देन की बड़ी शिकायत है। मामला krp से जुड़ा है। इसका Video सोशल मीडिया में जमकर Viral है। इसके बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया। और, तत्काल जांच के आदेश दिए गए हेैं जहां खबर मधुबनी/ झंझारपुर/लखनौर से जुड़ी है।

Madhubani News | वीडियो वायरल होते ही शिक्षा विभाग की बनी जांच कमेटी

वीडियो वायरल होते ही शिक्षा विभाग की ओर से एक जांच कमेटी बनाई गई है। इसकी वीडियो और सच्चाई की जांच की जाएगी। इस टीम में कई अधिकारियों को शामिल किया गया है जो झंझारपुर अनुमंडल अंतर्गत लखनौर प्रखंड में सुबह से ही सेवा पुस्तिका संधारण के लिए रुपये लेने संबंधी वीडियो वायरल है। देशज टाइम्स के पास जो वायरल वीडियो उपलब्ध है उसकी देशज टाइम्स पुष्टि नहीं करता। मगर, अब शिक्षा प्रशासन ने संज्ञान लिया है। दूध का दूध और पानी का पानी खुद बाहर आ जाएगा। जानिए आखिर क्या था वीडियो में क्यों हुआ वायरल..

Madhubani News | यह वीडियो काफी चर्चा में है।

जानकारी के अनुसार, केआरपी कृष्णा कुमारी की यह वीडियो काफी चर्चा में है। सेवा संधारण के नाम पर लगने वाले रुपये की जानकारी दी जा रही थी। वीडियो वायरल होते ही शिक्षा महकमें में खलबली मच गई। इसके बाद शिक्षा सेवक गुस्से में आ गए। गुस्से का इजहार इन्होंने पुराने बीआरसी कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन कर जताया।

Madhubani News | प्रदर्शन के बाद जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता के नाम

प्रदर्शन के बाद जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता के नाम दिए गए पत्र में इन लोगों का कहना था कि सेवा पुस्तिका संधारण के नाम पर ₹3100 प्रति शिक्षा सेवा की मांग की जा रही है। पूर्ति नहीं करने के कारण उनलोगों की सेवा पुस्तिका संधारित नहीं करवायी जा रही है।आक्रोशित शिक्षा सेवकों का कहना था कि इस कार्य के लिए 600 रुपये बीईओ को और ₹2500 जिला में दिए जाने की बात कही जा रही है जो काफी दुःखद है।

Madhubani News | पूरे मामले को जानिए क्या है

शिक्षा सेवक/तालीमी मरकज के अनुसार फरवरी 2024 में एक वर्षों तक सेवा पुस्तिका रखने के बाद उन लोगों की सेवा पुस्तिका बिना संधारित किए वापस कर दिया गया। प्रति सर्विस बुक 2000 रुपये देने की बात कही गयी अन्यथा सर्विस बुक वापस ले जाने को कहा गया।

Madhubani News | वापस किये गए सर्विस बुक में नई प्रविष्टि कर

वापस किये गए सर्विस बुक में नई प्रविष्टि कर पुनः 2 मार्च 2024 को बीआरसी में जमा कराया गया। सर्विस बुक की जानकारी लेने गए कुछ शिक्षा सेवकों को बीईओ महेश प्रसाद के गुस्से का सामना करना पड़ा और उसे ऑफिस से निकल जाने को कहा गया।

Madhubani News | सर्विस बुक संबंधी जानकारी के लिए केआरपी से संपर्क करने को कहा गया

साथ ही सर्विस बुक संबंधी जानकारी के लिए केआरपी से संपर्क करने को कहा गया। केआरपी से बात करने पर उनके द्वारा डिमांड के बारे में बताया गया। जिसमें ₹600 प्रति सर्विस बुक की दर से प्रखंड स्तर पर सेवा संधारण के लिए मांगा गया वहीं जिला से काम करवाने के लिए ₹2500 की लगने की बात कही गई।

Madhubani News | प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी महेश प्रसाद कहते हैं, कोई लेना-देना नहीं

इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी महेश प्रसाद से पूछने पर उन्होंने बताया कि वीडियो में केआरपी की ओर से कही गई बात निराधार है। इससे उनका कोई लेना-देना नहीं है।

Madhubani News | केआरपी कृष्णा कुमारी ने बताया

वहीं, केआरपी कृष्णा कुमारी ने बताया कि वायरल वीडियो में कही गई बात को वो अस्वीकार नहीं करती हैं। उन्होंने व्यवस्था को बताया है। उनकी ओर से व्यक्तिगत किसी पैसे की मांग किसी भी शिक्षा सेवक से नहीं की गई है।

Madhubani News | लखनौर प्रखंड में 100 शिक्षा सेवक

जानकारी के अनुसार, लखनौर प्रखंड में 100 के लगभग शिक्षा सेवक कार्यरत हैं। पूर्व प्रखंड प्रमुख सह जिला परिषद सदस्य राकेश कुमार यादव ने बीईओ के मनमाने कार्य प्रणाली और अवैध उगाही की शिकायत 11 मार्च 2024 को अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग बिहार सरकार को पत्र लिखकर किया है।

Madhubani News | 500 से 1000 रुपए की उगाही

इसमें उन्होंने बीईओ की ओर से शिक्षकों की सेवा पुस्तिका सत्यापित करने के नाम पर 500 से 1000 रुपये की उगाही करने सहित कई अन्य गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उनका दावा है कि बीआरसी में लगे सीसीटीवी कैमरे से कार्यालय की जांच निष्पक्ष रूप से होनी चाहिए। बीआरसी में बिचौलिए का जमावड़ा रहता है।इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

Madhubani News | समाजसेवी नीतीश रंजन की ओर से भी

वहीं समाजसेवी नीतीश रंजन की ओर से भी लोक शिकायत में परिवार पत्र दायर किया गया है। जिसमें उनका आरोप है कि बिना क्रय समिति गठित किये फर्जी बिल लगाकर मनमानी तरीके से सामान का क्रय शिक्षा पदाधिकारी की ओर से किया जा रहा है। साथ ही व्यापक पैमाने पर शिक्षकों से अवैध वसूली की जा रही है।

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लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया [email protected] पर लिखें।

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