बिहार के वरिष्ठ आईएएस केके पाठक (KK Pathak) के वायरल वीडियो पर बड़ी कार्रवाई हुई है। प्रशासनिक पदाधिकारी और बिहारियों पर टिप्पणी के इस सनसनीखेज मामले में पूर्वी चंपारण के पकड़ीदयाल के अवर निबंधक अहमद हुसैन और मधुबनी के बाबूबरही के प्रणव शंकर को निलंबित कर दिया गया है। दोनों का जवाब संतोषजनक नहीं मिलने के बाद कार्रवाई की गई है।
जानकारी के अनुसार, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की बैठक का वीडियो प्रसारित करने में दो अवर निबंधकों पर कार्रवाई की गई है। इसमें पूर्वी चंपारण के पकड़ीदयाल के अवर निबंधक अहमद हुसैन और मधुबनी के बाबूबरही के प्रणव शेखर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
दो फरवरी 2023 को एक वीडियो सामने आया था। उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के प्रधान सचिव के साथ-साथ बिपार्ड के डीजी केके पाठक का ये वीडियो जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान का है।
मीटिंग में वे डिप्टी कलेक्टर के खिलाफ भी अपशब्द बोल रहे थे। बिहारियों के लिए भी अपशब्द कहा था। इसके बाद बासा के अधिकारियों ने केके पाठक पर कार्रवाई की मांग की थी। मामला ऊपर तक पहुंचा। अब जांच के बाद दो अधिकारियों पर गाज गिरी है।
सरकार की इस कार्रवाई के बाद उन सरकारी कर्मचारियों के बीच हड़कंप है जो विभागीय विषयों को सार्वजनिक मंचों पर ले जाने का काम करते हैं। सरकारी कर्मचारियों में ऐसी प्रवृति के बढ़ने के बाद ऐसी कार्रवाई की उम्मीद की जा रही थी। वीडियो सामने आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जांच के आदेश दिए थे। कहा था कि मुख्य सचिव इस मामले की जांच कर रहे हैं।
बिहार के वरिष्ठ आईएएस केके पाठक (KK Pathak) का वीडियो वायरल करने के मामले में कार्रवाई हुई है। वरिष्ठ आईएएस और मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का वीडियो वायरल हुआ था।
इसमें बिहार प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारियों और बिहार के लोगों को लेकर टिप्पणी की गई थी। इस मामले में पूर्वी चंपारण के पकड़ीदयाल के अवर निबंधक अहमद हुसैन और मधुबनी के बाबूबरही के प्रणव शेकर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
दरअसल वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला सीएम नीतीश कुमार तक पहुंचा था। उन्होंने जांच के लिए मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को इसकी जिम्मेदारी दी थी। इन दोनों से स्पष्टीकरण मांगा गया था। संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसके बाद दोनों निबंधन कार्यालय का निरीक्षण कराया गया था।
पकड़ीदयाल के अवर निबंधक के बारे में जांच टीम ने रिपोर्ट दी कि अहमद हुसैन अपने समनपुरा स्थित आवास से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की बैठक में शामिल होते थे। संदेह से बचने के लिए आवास को ही कार्यालय का रूप दे दिया था। इसे देखते हुए उनकी ओर से वीडियो प्रसारित करने की पूरी आशंका है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जिला निबंधन कार्यालय बांका निर्धारित किया गया है।