मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा वैशाली में, महागठबंधन में लौटने की संभावनाओं को किया खारिज
वैशाली, 18 दिसंबर। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा सोमवार को वैशाली पहुंची। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, साथ ही महागठबंधन में वापसी को लेकर पूछे गए सवालों पर खुलकर अपनी बात रखी।
महागठबंधन में लौटने से किया इनकार
मुख्यमंत्री ने साफ किया कि महागठबंधन में लौटने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा,
“अटल जी ने बहुत सम्मान दिया। एनडीए में जो सम्मान मिला, उसके बाद वापस जाने का कोई सवाल नहीं है। दो बार महागठबंधन में जाकर गलती कर चुके हैं, अब नहीं करेंगे।”
योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने इस यात्रा के दौरान 350 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन योजनाओं की कुल लागत 278 करोड़ रुपये है।
उद्घाटन और शिलान्यास की मुख्य परियोजनाएँ:
- जलजीवन हरियाली अभियान के तहत नगवां गांव में बने तालाब सौंदर्यीकरण का लोकार्पण।
- मनरेगा भवन, डब्ल्यूपीयू भवन, विवो बिल्डिंग और PSS का शिलान्यास।
- जिले के विभिन्न विभागों की अन्य योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास।
स्थानीय कार्यक्रमों का निरीक्षण
- मुख्यमंत्री ने सड़क मार्ग से होते हुए उत्क्रमित मध्य विद्यालय, नगवां का दौरा किया।
- जीविका और 12 अन्य विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण किया।
- जलकुंभी प्रोसेसिंग स्टॉल पर जाकर ग्रामीण विकास से संबंधित योजनाओं की जानकारी ली।
- मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए पोखर में मछलियों का जीरा डाला।
नीतीश का विकास पर फोकस
नीतीश कुमार ने इस यात्रा के दौरान ग्रामीणों से संवाद किया और राज्य में चलाई जा रही विकास योजनाओं की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने जलजीवन हरियाली अभियान और ग्रामीण रोजगार योजनाओं को ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में अहम बताया।
यह यात्रा मुख्यमंत्री की विकास कार्यों की प्रतिबद्धता को दर्शाती है और वैशाली जिले के लोगों को कई नई योजनाओं की सौगात दी है।