जयनगर/जनकपुर/नेपाल, मधुबनी देशज टाइम्स। आज मंगलवार से सात दिवसीय राम जानकी विवाह महोत्सव के प्रथम दिन भगवान राम एवं माता सीता सहित अन्य देवी देवताओं की झांकी बनाकर नगर परिक्रमा कर विवाह पंचमी महोत्सव (Vivah Panc hami celebrated everywhere in Jaynagar) की शुरूआत की जाएगी।
यह जानकारी मंदिर के महंत राम तपेश्वर दास, उत्तराधिकारी महंत राम, रौशन दास व पुजारी ऋषिकेश दास ने देते हुए बताया कि जनकपुरधाम में मंगलवार से सात दिवसीय सीताराम विवाह पंचमी महोत्सव शुरू हो गया। इसके साथ ही जनकपुर नगरी में मंगल गीत गूंजने लगे।
भारत-नेपाल के विभिन्न राज्यों से साधु-संत पहुंच चुके हैं। पहले दिन राम लीला के कलाकारों ने महर्षि विश्वामित्र, प्रभु राम व लक्ष्मण के रूप में नगर भ्रमण किया जाएगा। इसमें सैकड़ों साधु-संत व आम लोगों ने भाग लेंगे। विवाह पंचमी के पहले दिन नगर भ्रमण के दौरान बड़ी संख्या में नेपाल व भारत से आए श्रद्धालुओं ने इस कार्यक्रम को देखा।
उपस्थित लोगों ने महर्षि विश्वामित्र,राम व लक्ष्मण के जयघोष किए। इस अवसर पर मैथिली गीत से जनकपुर नगरी सराबोर होती रही। जनकपुर के कई संत-महंत उपस्थित थे। रामायण में वर्णित कथा के अनुसार महर्षि विश्वामित्र राम और लक्ष्मण के साथ बिसौल उपवन में ठहरे थे।
राजा जनक महर्षि विश्वामित्र से मिलकर सीता स्वयंवर में जनकपुरधाम आने के लिए विनती की थी। तब महर्षि विश्वामित्र, प्रभु राम और लक्ष्मण के साथ जनकपुरधाम पहुंचते हैं। वहां राजा जनक राजसी अतिथिशाला में ठहराते हैं।
विश्राम के बाद महर्षि वाल्मीकि राम और लक्ष्मण के साथ जनकपुरधाम नगर को दर्शन के लिए निकलते हैं। इसे आज के नगर भ्रमण कार्यक्रम के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। नगर परिक्रमा के कार्यक्रम को लेकर पूरे जनकपुर की चकाचक साफ-सफाई की गई है।
अयोध्या से आ रही बारात के स्वागत की जबरदस्त तैयारी की जा रही है। शहर में घूमने और स्वागत करने के लिए बच्चों को राम और लक्ष्मण की प्रतिमूर्ति बनाई गई है।जनकपुर के राम जानकी मंदिर राम, संकट मोचन सहित अन्य मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया गया है।
इस विवाह पंचमी के अवसर पर भारत भूटान सहित कई देशों के श्रद्धालुओं के भाग लेने की उम्मीद है। वहीं विवाह पंचमी महोत्सव को लेकर भारत और नेपाल के लगभग एक दर्जन लोक गायकों को भी विवाह गीत गाने के लिए आमंत्रित किया गया है।