जहरीली शराब के नाम पर दलितों को मौत क्यों बांट रहे नीतीश जी? लाइन में खड़ा करके सबको गोली मार दीजिए। यह कहना है पहले नीतीश के साथ रहे और अब एनडीए का हिस्सा पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Why is Nitish ji distributing such deaths?) का।
सीतामढ़ी में छठ पर्व के दौरान सीतामढ़ी और गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों के परिजन कह रहे हैं कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई है। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि इनकी मौत बीमारी की वजह से हुई है।
शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद शराब से लोगों की हो रही मौत को लेकर विपक्ष हमलावर हो गया है और विपक्षी दलों का कहना है कि शराबबंदी के बावजूद शराब से हो रही मौत सरकार की विफलता को दर्शाता है। पढ़िए पूरी खबर
पहले जहां जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने नीतीश पर निशाना साधा। वहीं अब जीतन राम मांझी नीतीश कुमार पर हमलावर हैं। मांझी ने सीतामढ़ी और गोपालगंज में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर बिहार सरकार के साथ खासकर नीतीश कुमार को घेरा है। इसके साथ ही बिहार की सियासत गरमा गई है। सत्ताधारी दल और विपक्षी दल का कुरूक्षेत्र में एक दूसरे पर हमला लगातार जारी हैं।
इस बीच पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने शराब से हुई कथित मौतों को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और महागठबंधन की सरकार पर हमला बोला है।
मांझी ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा है कि ‘ज़हरीली शराब के नाम पर दलितों को थोड़ी-थोड़ी मौत क्यों बांट रहें हैं नीतीश जी? एक ही बार ‘जनरल डायर’ टाइप लाईन में खड़ा करके सबको गोली मार दीजिए, आपके नफ़रत का अंत हो जाएगा। ज़हरीली शराब से हो रही मौत को नहीं रोक सकते तो शराबबंदी कानून का क्या मतलब है? कम से कम गुजरात से तो सबक लीजिए।
कहा कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होने के बाद भी शराब के अवैध कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा है। राज्य के अलग अलग जिलों में जहरीली शराब पीने से लोगों की लगातार मौतें हो रही हैं। सीतामढ़ी में छठ पर्व के नहाय खाय और खरना के दिन पांच लोगों की मौत के बाद गोपालगंज में भी कथित जहरीली शराब पीकर मरने वालों की संख्या 5 हो गई है।
सीतामढ़ी और गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से अबतक 10 लोगों की जान जा चुकी है। मृतकों के परिजन कह रहे हैं कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई है जबकि पुलिस मौत की वजह बीमारी बता रही है। शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद शराब से लोगों की हो रही मौत को लेकर विपक्ष हमलावर हो गया है।
मांझी ने एक्स पर लिखा कि, ज़हरीली शराब के नाम पर दलितों को थोड़ी-थोड़ी मौत क्यों बांट रहें हैं नीतीश जी? एक ही बार ‘जनरल डायर’ टाइप लाइन में खड़ा करके सबको गोली मार दीजिए, आपके नफ़रत का अंत हो जाएगा। ज़हरीली शराब से हो रही मौत को नहीं रोक सकते तो शराबबंदी कानून का क्या मतलब है? कम से कम गुजरात से तो सबक लीजिए’।