पटना। बिहार में कक्षा एक से आठ तक में पढ़ने वाले 1.60 करोड़ बच्चों को बिना परीक्षा लिये ही अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जायेगा। शैक्षणिक सत्र 2020-21 में कोरोना संक्रमण के चलते वर्ग के सुचारु संचालन न होने की वजह से शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को यह निर्णय लिया है। इसके मुताबिक इन बच्चों को अगली कक्षा में तभी प्रवेश मिलेगा, जब वे Without examination, children from class one to eight will aअपनी पिछली कक्षा की पढ़ाई तीन महीने तक पढ़ लेंगे।
प्रधान सचिव, शिक्षा विभाग बिहार संजय कुमार ने बताया कि कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को अगली कक्षा में प्रमोट करने का आधिकारिक निर्णय ले लिया गया है।हालांकि, प्रमोट करने से पहले इन बच्चों को अपनी वर्तमान कक्षा की बुनियादी अध्ययन सामग्री पढ़ायी जायेगी। जहां तक कक्षा एक से पांच तक की कक्षाओं को शुरू करने का सवाल है, इसका प्रस्ताव राज्य क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को भेज दिया गया है।
सजय कुमार ने बताया कि पढ़ाई सेशन को कैच-अप कोर्स कहा जा रहा है। इसके जरिये बच्चे को प्रमोट पिछली कक्षा की बेसिक जानकारी दी जायेगी। दरअसल, पूरे शैक्षणिक सत्र में एक भी दिन औपचारिक Without examination, children from class one to eight will a तौर पर कक्षाएं संचालित नहीं हो सकी हैं। शिक्षा विभाग ये क्लास मार्च के मध्य से शुरू कर सकता है।
बिहार शिक्षा विभाग से प्राप्त आधिकारिक जानकारी के मुताबिक पहली से पांचवीं तक की कक्षाओं को शुरू करने के लिए शिक्षा विभाग ने राज्य क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को प्रस्ताव भेज दिया है। शिक्षा विभाग ने माना है कि कोरोना की संवेदनशीलता घट चुकी है, लिहाजा स्कूल खोलने में कोई दिक्कत नहीं है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में इस ग्रुप की बैठक जल्दी ही होने वाली है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रभाव की वजह से शैक्षणिक सत्र 2019-20 में भी इन्हीं कक्षा वर्ग के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया था। इस तरह हालिया Without examination, children from class one to eight will a दोनों शैक्षणिक सत्र कोविड महामारी के प्रभाव के चलते ‘शिक्षा शून्य’ माने गये हैं।