दीपक कुमार। मुजफ्फरपुर, देशज टाइम्स। मुजफ्फरपुर जिले में जिला स्वास्थ्य विभाग का अनोखा कारनामा सामने आया है, जहां एक परिवार नियोजन का ऑपरेशन करवाने के बावजूद महिला अब फिर से गर्भवती (Woman becomes pregnant for the third time after sterilization in Gaighat) हो गई है.
ये मामला जिले के गायघाट थाना क्षेत्र का है, मेडिकल रिपोर्ट में प्रेगनेंट पाए जाने के बाद महिला ने सिविल सर्जन और डीएम से इसको लेकर शिकायत की है. इसमें हैरान कर देने वाली बात तो ये है कि महिला नसबंदी करवाने के बाद तीसरी बार मां बनने वाली है. महिला ने 2015 में नसबंदी करवाई थी.
‘महंगाई के दौर में कैसे पालेंगे 7 बच्चे?’
पीड़िता जुली देवी ने बताया कि साल 2015 में गायघाट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मैंने परिवार नियोजन करवाया था. परिवार नियोजन ऑपरेशन करवाने के बाद भी 2 बच्चे हो गए और तीसरा गर्भ में है. इसके पहले से भी 4 बच्चे थे और अब इसके बाद 2 बच्चे हुए अब फिर से एक बच्चा होने वाला है.
अब कुल 7 बच्चे को हम कैसे पालेंगे? इसकी चिंता सता रही है. महिला ने बताया कि हम लोग काफी गरीब है. पति मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते है और इसके बाद अब हमलोग के सामने के बड़ी समस्या खड़ी हो गई है.
हर महीने 3 साल तक टीका लगवाने को बोले थे डॉक्टर
पीड़िता के पति नीरज कुमार सिंह ने बताया कि 2015 में हमनें अपनी पत्नी का परिवार नियोजन सरकार की तरफ से चल रही योजना के तहत करवाया था. लेकिन वर्ष 2018 में मेरी पत्नी फिर से गर्भवती हो गई थी जिसके बाद हमने जिलाधिकारी और सिविल सर्जन को आवेदन दिया और जांच की मांग की।
जांच के बाद मेरी पत्नी को फिर से एक सुई दिया गया और यह भी बोला गया कि अब बच्चा नहीं होगा. मगर 2020 में एक बार फिर मेरी पत्नी गर्भवती हो गई और एक बच्ची को जन्म दिया था। इसके बाद हम अपनी पत्नी को लेकर गायघाट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गए जहां पत्नी का परिवार नियोजन करवाए थे, इसके बाद वहां पर बोला गया कि आपकी पत्नी को अगले 3 साल तक हर महीने सुई लेना होगा तो हम हर महीने अपनी पत्नी को सुई दिलवाते रहे।
आखिरी सुई दिलवाने के उपरांत जांच में पता चला कि मेरी पत्नी 3 माह की गर्भवती है, परिवार नियोजन ऑपरेशन करवाने के बाद ये तीसरा बच्चा है और हमें अब तक सात बच्चे हो चुके हैं. हम बेरोजगार हैं।
अब हमारे सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है कि सबका भरण पोषण कैसे करेंगे? ऑपरेशन के बाद जब पहला बच्चा हुआ था, तभी जिलाधिकारी ने आश्वाशन दिया था कि मामले में उचित जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी लेकिन अब तक हमें न्याय नहीं मिला.
डीपीएम ने दिलाया न्याय का भरोसा
मामला प्रकरण में आने के बाद डीपीएम सह प्रभारी सिविल सर्जन मो. रेहान अशरफ ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. इसे लेकर पीड़िता के द्वारा आवेदन दिया गया है, ये मामला सीएचसी गायघाट का है. परिवार नियोजन के बाद भी महिला गर्भवती हुई है, पूरे मामले में टीम गठित कर जांच किया जाएगा. इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।